चीनी उद्योग (Sugar Industry) को साल 2025 तक पेट्रोल में 20 पर्सेंट एथेनॉल (Ethanol) मिलाने का टारगेट हासिल करने और इसके लिए जरूरी एथेनॉल प्रोडक्शन के लिए सरकार के सपोर्ट की जरूरत होगी. भारतीय चीनी मिल संघ (ISMA- Indian Sugar Mills Association) के अध्यक्ष आदित्य झुनझुनवाला ने बुधवार को ये बात कही. उन्होंने सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्यूफैक्चरर्स (SIAM) के एक कार्यक्रम में कहा कि नीति आयोग के अनुमान के अनुसार, देश में साल 2025 तक पेट्रोल में 20 प्रतिशत एथेनॉल ब्लेंडिंग का टारगेट हासिल करने के लिए 1,000 करोड़ लीटर एथेनॉल की जरूरत होगी.

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चीनी उद्योग से 1000 करोड़ लीटर एथेनॉल प्राप्त करने का लक्ष्य

आदित्य झुनझुनवाला ने कहा कि इसके लिए देश में गन्ना और चीनी प्रोडक्शन को बढ़ावा देने के लिए उच्च एथेनॉल उत्पादन क्षमता, अधिक डिस्टिलरी और फ्रेंडली सरकारी नीतियों की आवश्यकता होगी.

उन्होंने कहा, ‘‘चीनी उद्योग ने लगभग 100 लाख टन चीनी उत्पादन का लक्ष्य रखा है और इस तरह अनाज के अलावा केवल चीनी उद्योग से 1,000 करोड़ लीटर एथेनॉल प्राप्त करने का लक्ष्य रखा गया है.’’ उन्होंने कहा कि उद्योग ने पहले ही मौजूदा उत्पादन क्षमताओं का उपयोग किया है और अगला विकल्प नई परियोजनाओं को जोड़ना है.

चीनी उद्योग को सरकार के सपोर्ट और मदद की जरूरत

आदित्य झुनझुनवाला ने कहा, ‘‘चीनी उद्योग अपने निवेश और गन्ने की किस्मों और एथेनॉल प्रोडक्शन में सुधार कर रहा है और हमें सरकार की ओर से कुछ सपोर्ट और मदद की आवश्यकता होगी.’’ उन्होंने कहा कि कम समय वाले और ज्यादा समय वाले टारगेट को प्राप्त करने के लिए एथेनॉल की आसान ब्लेंडिंग और प्रोडक्शन के बारे में कुछ मुद्दों के समाधान करने की आवश्यकता है.

सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्यूफैक्चरर्स के कार्यक्रम में पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस तथा शहरी विकास मंत्री हरदीप पुरी ने कहा कि एथेनॉल के स्रोतों के विविधीकरण पर ध्यान केंद्रित किया जाना चाहिए. इसमें कृषि अपशिष्ट और धान की भूसी शामिल है क्योंकि गन्ना पानी का भरपूर उपयोग करने वाली फसल है.

भाषा इनपुट्स के साथ