Dividend Income: वित्त वर्ष 2023-24 की शुरुआत हो चुकी है. पिछले वित्त वर्ष यानी 2022-23 में सरकार ने विनिवेश के मुकाबले डिविडेंड से ज्यादा कमाई की. डिपार्टमेंट ऑफ पब्लिक असेट मैनेजमेंट यानी DIPAM को विनिवेश और डिविडेंड के रूप में कुल 94281 करोड़ रुपए मिले. सरकार के खजाने में डिविडेंड इनकम उम्मीद से बेहतर रही, जबकि एकबार फिर विनिवेश को लेकर जो लक्ष्य रखा गया था, वह पूरा नहीं हो पाया. डिविडेंड के रूप में सरकार को कुल 58988 करोड़ रुपए मिले, जबकि विनिवेश से 35293 करोड़ रुपए मिले.

विनिवेश से कुल 35293 करोड़ रुपए मिले

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बजट 2022 में वित्त मंत्रालय ने वित्त वर्ष 2022-23 के लिए विनिवेश का लक्ष्य 65000 करोड़ रुपए का रखा था. बाद में इसे रिवाइज कर 50 हजार करोड़ रुपए कर दिया गया. सरकार को कुल 35293 करोड़ रुपए ही मिलेगा. ऐसे में यह लक्ष्य 14707 करोड़ रुपए से पीछे रह गया.

डिविडेंड से कुल 58988 करोड़ रुपए मिले

इधर DIPAM ने ऑफर फॉर सेल, IPO और शेयर बायबैक प्रोग्राम की मदद से फंड इकट्टा किया. LIC का आईपीओ पिछले फिस्कल आया था. यह 21  हजार करोड़ रुपए का था. DIPAM ने डिविडेंड का टारगेट 43000 करोड़ रुपए का रखा था. इसे कुल 58988 करोड़ रुपए मिले. इस तरह एडिशनल 15988 करोड़ रुपए सरकारी खजाने में आए.

हाल में सरकार को कहां से कितना डिविडेंड मिला?

DIPAM सेक्रेटरी की तरफ से ट्वीट कर कहा गया कि SAIL से डिविडेंड के रूप में सरकार को 268 करोड़ रुपए मिले हैं. इसी तरह NPCIL से 736 करोड़ रुपए और UCIL से 102 करोड़ रुपए मिले हैं. HAL से 503 करोड़ रुपए और MIDHANI से 23 करोड़ रुपए मिले हैं. BEL और HUDCO से 224 करोड़ और 123 करोड़ रुपए मिले हैं. GAIL इंडिया से 1355 करोड़ रुपए मिले हैं.

 

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