अगर आप नई कार (Car) खरीदने की सोच रहे हैं तो मॉडल तुरंत सेलेक्‍ट कर लें. साथ ही डाउनपेमेंट भी तैयार रखें. क्‍योंकि सरकार वाहन पर लगने वाले GST के 28% स्‍लैब को कम कर सकती है. रोड एंड ट्रांसपोर्ट मिनिस्‍टर नितिन गडकरी ने भी कहा है कि वह सरकार से GST घटाने के लिए कहेंगे ताकि त्‍योहारी सीजन में ऑटो सेक्‍टर की मंदी खत्‍म हो.

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उन्होंने कहा कि उनका मंत्रालय कमर्शियल व्‍हीकल की डिमांड बढ़ाने के लिए 3 महीने में 5 लाख करोड़ रुपये तक की 68 सड़क परियोजनाएं शुरू करेगा. गडकरी ने SIAM की बैठक में कहा कि इंडस्‍ट्री की मांग है कि पेट्रोल और डीजल वाहनों पर GST कम होना चाहिए. आपके सुझाव अच्छे हैं. मैं आपका संदेश वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण तक पहुंचा दूंगा.

उन्होंने कहा कि यदि GST कुछ समय के लिए भी कम किया गया तो इससे मदद मिलेगी. ‘‘मैं यह बात वित्त मंत्री के सामने रखूंगा. बिक्री बढ़ाने के लिये वाहन क्षेत्र को मदद की जरूरत है.’’ 

गडकरी ने कहा कि जैसे इलेक्ट्रिक वाहनों पर जीएसटी 12 प्रतिशत से घटाकर 5 प्रतिशत किया गया, वित्त मंत्री को हाइब्रिड वाहनों पर भी यह लाभ देने का सुझाव दिया जाएगा. उन्होंने कहा, ‘‘ऐसी बातें चल रही हैं कि सरकार पेट्रोल और डीजल वाहनों पर प्रतिबंध लगा देगी. मैं यह साफ करना चाहता हूं कि सरकार की ऐसी कोई योजना नहीं है. हम ऐसा कुछ नहीं करने जा रहे हैं.’’ 

गडकरी ने कहा कि चीनी उद्योग की तरह वाहन निर्माताओं के लिए भी निर्यात प्रोत्साहन योजना को लेकर वह वित्त मंत्री से चर्चा करेंगे.

उन्होंने सड़क परियोजनाओं के बारे में कहा, ‘‘हम 5 लाख करोड़ रुपये की सड़क परियोजनाओं का ठेका देने की कोशिश कर रहे हैं. हमने विभिन्न एक्सप्रेसवे समेत 68 परियोजनाओं को चुना है. हमने इन परियोजनाओं के लिये पहले ही 80 प्रतिशत जमीन का अधिग्रहण कर लिया है. यह वाहन उद्योग की परोक्ष तौर पर मदद करेगा.’’ 

मंत्री ने बिक्री बढ़ाने के लिये ऑटो कंपनियों को खुद की वित्तीय कंपनियां शुरू करने का भी सुझाव दिया. सीआईआई के मनोनीत अध्यक्ष उदय कोटक ने वाहन निर्माताओं को निर्यात पर ध्यान देने को कहा. उन्होंने कहा कि घरेलू मोर्चे पर नरमी के दौर में इससे राजस्व का नया स्रोत खुलेगा. 

SIAM के अध्यक्ष राजन वढेरा ने इससे पहले अपने संबोधन में वाहनों पर जीएसटी कम करने के बारे में सरकार से विचार करने का अनुरोध किया.