Forex Reserves में 14 हफ्ते की सबसे बड़ी गिरावट, गोल्ड रिजर्व रिकॉर्ड हाई पर पहुंचा
विदेशी मुद्रा भंडार में 7 हफ्ते की लगातार तेजी के बाद गिरावट आई है. यह गिरावट 3 महीने की सबसे बड़ी है. सोने में तेजी के कारण गोल्ड रिजर्व ऑल टाइम हाई पर पहुंच गया है.
Forex Reserves: देश का विदेशी मुद्रा भंडार 12 अप्रैल को समाप्त सप्ताह में 5.40 अरब डॉलर घटकर 643.16 अरब डॉलर रहा. भारतीय रिजर्व बैंक ने शुक्रवार को यह जानकारी दी. तीन महीने से ज्यादा की सबसे बड़ी गिरावट दर्ज की गई है. यह इस साल 5 जनवरी के बाद यानी 14 सप्ताह की सबसे बड़ी गिरावट है. इससे पहले 5 अप्रैल को समाप्त सप्ताह में लगातार सातवें सप्ताह बढ़ता हुआ विदेशी मुद्रा भंडार 648.562 अरब डॉलर रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया था. सात सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार 32.465 अरब डॉलर बढ़ा था.
गोल्ड रिजर्व ऑल टाइम हाई पर पहुंचा
रिजर्व बैंक के आंकड़ों के मुताबिक, 12 अप्रैल को समाप्त सप्ताह में मुद्रा भंडार का अहम हिस्सा मानी जाने वाली विदेशी मुद्रा आस्तियां 6.51 करोड़ डॉलर घटकर 564.65 अरब डॉलर रह गईं. डॉलर के संदर्भ में उल्लेखित विदेशी मुद्रा आस्तियों में विदेशी मुद्रा भंडार में रखे गए यूरो, पाउंड और येन जैसी गैर-अमेरिकी मुद्राओं की घट-बढ़ का प्रभाव शामिल होता है. रिजर्व बैंक ने कहा कि समीक्षाधीन सप्ताह के दौरान स्वर्ण आरक्षित भंडार का मूल्य 1.24 अरब डॉलर बढ़कर 55.79 अरब डॉलर हो गया. जो इसका अब तक का उच्चतम स्तर है.
SDR में 9.3 करोड़ डॉलर की गिरावट
रिजर्व बैंक ने कहा कि विशेष आहरण अधिकार (एसडीआर) 9.3 करोड़ डॉलर घटकर 18.08 अरब डॉलर रह गया. रिजर्व बैंक के मुताबिक, समीक्षाधीन सप्ताह में अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आईएमएफ) के पास भारत की आरक्षित जमा भी 3.5 करोड़ डॉलर घटकर 4.63 अरब डॉलर रह गयी.
मजबूत रिजर्व से रुपए को मजबूती मिलती है
विदेशी मुद्रा भंडार में वृद्धि से आरबीआई को रुपए के अस्थिर होने पर उसे स्थिर करने के लिए अधिक गुंजाइश मिलती है. वह रुपए को भारी गिरावट से बचाने के लिए अधिक डॉलर जारी कर हाजिर और वायदा मुद्रा बाजारों में हस्तक्षेप करता है. इसके विपरीत, विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट से आरबीआई के पास रुपए को सहारा देने के लिए बाजार में हस्तक्षेप करने का कम विकल्प बचता है.
(एजेंसी इनपुट्स)