E-Commerce के बावजूद छोटे किराना रिटेल स्टोर की सेल में बढ़ोतरी, जानें क्या कहती है Crisil रिपोर्ट
ई-कॉमर्स (E-Commerce) मंचों से बढ़ती प्रतिस्पर्धा के बावजूद गली-मोहल्ले के खाद्य और किराना रिटेल विक्रेताओं को इस साल उद्योग में 15 फीसदी की तेजी आने की उम्मीद है.
ई-कॉमर्स (E-Commerce) मंचों से बढ़ती प्रतिस्पर्धा के बावजूद छोटे शहरों से अच्छी मांग के कारण गली-मोहल्ले के खाद्य और किराना खुदरा विक्रेताओं को अगले वित्त वर्ष में 14-15 फीसदी राजस्व वृद्धि दर्ज करने में मदद मिलेगी. एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है. पिछले साल इस खंड में रिकॉर्ड 30 फीसदी की वृद्धि हुई थी और 14-15 फीसदी की वृद्धि का अनुमान लगाया गया था जो लगातार तीन वर्षों की मजबूत वृद्धि का संकेत देता है. क्रिसिल रेटिंग्स ने शुक्रवार को एक सर्कुलर में कहा कि इस साल उद्योग में 15 फीसदी की तेजी आने की उम्मीद है.
14-15 फीसदी की वृद्धि का अनुमान
रिपोर्ट में कहा गया है कि मुद्रास्फीति (Inflation) के दबाव के कारण क्रॉकरी, घरेलू उपकरण, बर्तन और परिधान जैसे कॉमन सामान वाले विवेकाधीन खंड की मामूली मांग, चालू और अगले वित्त वर्ष में उनके परिचालन लाभ को 6-6.5 फीसदी के दायरे में सीमित रखेगी. रिपोर्ट में कहा गया है कि पिछले वित्त वर्ष में यह लाभ 6.9 फीसदी था.
किराना रिटेल स्टोर का योगदान
एफएंडजी खुदरा विक्रेताओं के राजस्व में खाद्य और गैर-खाद्य किराना खंड का योगदान 75-77 फीसदी है, और शेष विवेकाधीन उत्पादों से आता है, जो अपेक्षाकृत अधिक मार्जिन प्रदान करते हैं. मजबूत नकदी प्रवाह और स्थिर कार्यशील पूंजी चक्र कारोबारियों के बाहरी लोन पर निर्भरता को सीमित करेगा और मजबूत ‘बही-खाता’ सुनिश्चित करेगा.