CPI Inflation : अक्टूबर में घटी खुदरा महंगाई दर, सितंबर में IIP ग्रोथ 4.5% रही
खाद्य पदार्थो की कीमतें गिरने से अक्टूबर में देश की खुदरा मुद्रास्फीति गिरकर 3.31 फीसदी रही, जबकि सितंबर में यह बढ़कर 3.70 फीसदी थी. सितंबर में IIP ग्रोथ 4.5% रही.
खाद्य पदार्थो की कीमतें गिरने से अक्टूबर में देश की खुदरा मुद्रास्फीति गिरकर 3.31 फीसदी रही, जबकि सितंबर में यह बढ़कर 3.70 फीसदी थी. आधिकारिक आंकड़ों से सोमवार को यह जानकारी मिली. उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) में साल-दर-साल आधार पर भी अक्टूबर में गिरावट दर्ज की गई, जो कि साल 2017 के अक्टूबर में 3.58 फीसदी थी.
केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय (सीएसओ) के आंकड़ों के मुताबिक, उपभोक्ता खाद्य मूल्य सूचकांक (सीएफपीआई) अक्टूबर में -0.86 फीसदी रही, जो कि सितंबर से 0.51 फीसदी अधिक है.
(स्रोत : ट्रेडिंगइकॉनोमिक्स डॉट कॉम)
फूड और ब्रूवरेज की महंगाई दर अक्टूबर में -0.14% रही जबकि पान, तंबाकू और दूसरे इनटॉक्सिकेंट्स की महंगाई 6.13 फीसदी रही. इसके अलावा अक्टूबर में कपड़े और जूते-चप्पलों की महंगाई दर 3.55 फीसदी रही और हाउसिंग महंगाई 6.55 फीसदी रही. अक्टूबर में ईंधन और बिजली की महंगाई दर 8.55 फीसदी रही. यह लगातार तीसरा ऐसा महीना है जब खुदरा महंगाई दर भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के मध्यवधि के लक्ष 4 फीसदी के नीचे है.
सितंबर में IIP ग्रोथ 4.5% रही
औद्योगिक उत्पादन (IIP) में सितंबर महीने में 4.5% की वृद्धि दर्ज की गई जो चार महीने में इसका न्यूनतम स्तर है. मुख्य रूप से खनन क्षेत्र के खराब प्रदर्शन तथा पूंजीगत सामान के कमजोर उठाव से औद्योगिक उत्पादन वृद्धि दर पर असर पड़ा. औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (IIP) के आधार पर औद्योगिक वृद्धि सितंबर 2017 में 4.1 प्रतिशत थी.
केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय (CSO) द्वारा सोमवार को जारी आंकड़े के अनुसार इस साल अगस्त महीने में औद्योगिकी उत्पादन वृद्धि के आंकड़े को संशोधित कर 4.6 प्रतिशत किया गया है.
प्रारंभिक आंकड़ों में इसे 4.3 प्रतिशत बताया गया था. इस साल जून और जुलाई में आईआईपी में वृद्धि क्रमश: 6.9 प्रतिशत तथा 6.5 प्रतिशत थी. इससे पहले इस साल मई में औद्योगिक उत्पादन में 3.8 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी. खनन क्षेत्र में उत्पादन में सितंबर में 0.2 प्रतिशत की गिरावट आई जबकि एक साल पहले इसी महीने में 7.6 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी.
इसी प्रकार, समीक्षाधीन महीने में पूंजीगत वस्तुओं की उत्पादन वृद्धि धीमी हो कर 5.8 प्रतिशत रही. पिछले साल इसी माह इस क्षेत्र की वृद्धि 8.7 प्रतिशत थी. आंकड़ों के अनुसार अप्रैल-सितंबर 2018 के दौरान आईआईपी वृद्धि दर 5.1 प्रतिशत रही.