अर्थव्यवस्था के सभी आठ प्रमुख उद्योगों में कोयला क्षेत्र ने मई में 10.2 फीसदी की वृद्धि दर्ज की है. सरकार ने गुरुवार को यह जानकारी दी. कोयला उद्योग का सूचकांक मई माह के दौरान 184.7 अंक पर पहुंच गया, जबकि पिछले वर्ष इसी माह के दौरान यह 167.6 अंक था. कोयला मंत्रालय ने बयान में कहा, “वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय द्वारा जारी आठ प्रमुख उद्योगों के सूचकांक (ICI) (आधार वर्ष 2011-12) के अनुसार, मई 2024 के महीने के लिए आठ प्रमुख उद्योगों में बिजली उद्योग के बाद कोयला क्षेत्र ने 10.2 फीसदी (अस्थायी) की सबसे अधिक वृद्धि प्रदर्शित की है.” 

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वृद्धि के पीछे मुख्य वजह कोयला उत्पादन में उल्लेखनीय बढ़ोतरी को माना जा सकता है. उत्पादन में यह वृद्धि ऊर्जा और विनिर्माण उद्योगों की बढ़ती मांग को पूरा करने की क्षेत्र की क्षमता बताती है. मंत्रालय ने बयान में कहा कि कोयला क्षेत्र का असाधारण विस्तार और आठ प्रमुख उद्योगों की समग्र वृद्धि को गति देने में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका, कोयला मंत्रालय के निरंतर प्रयासों और सक्रिय पहलों का प्रमाण है. 

आठ प्रमुख उद्योग अर्थात सीमेंट, कोयला, कच्चा तेल, बिजली, उर्वरक, प्राकृतिक गैस, रिफाइनरी उत्पाद और इस्पात देश के औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) में 40.27 फीसदी का योगदान करते हैं. हाल ही में जारी आंकड़ों से पता चला है कि मई में आठ प्रमुख बुनियादी ढांचा क्षेत्रों की वृद्धि दर 6.3 फीसदी रही है.