Tomato Price Hike: टमाटर की बढ़ती कीमतों (Tomato Price) के कारण जून की तुलना में जुलाई में ‘शाकाहारी थाली’ (Veg Thali) तैयार करना28% महंगा हो गया. अगस्त के लिए क्रिसिल की ‘रोटी चावल दर’ (Roti Rice Rate) रिपोर्ट में कहा गया है कि मांसाहारी थाली (Non-Veg Thali) पर अपेक्षाकृत कम प्रभाव पड़ा है और इसे तैयार करने की कीमत केवल 13% बढ़ी है. 

टमाटर की वजह से महंगी हुई वेज थाली

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रिपोर्ट में कहा गया है कि थालियों की महंगाई काफी हद तक टमाटर की कीमतों में 233% की बढ़ोतरी के कारण हुई है. टमाटर का दाम जुलाई में 110 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गया, जबकि जून में यह 33 रुपये किलो था. 

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क्रिसिल ने कहा कि घर पर थाली तैयार करने की औसत लागत की गणना उत्तर, दक्षिण, पूर्व और पश्चिम भारत में प्रचलित लागत वस्तुओं की कीमतों के आधार पर की जाती है. इसमें कहा गया है कि थाली की कीमत के महंगा होने का यह लगातार तीसरा महीना है. इसमें कहा गया कि वित्त वर्ष 2023-24 में यह पहली बार है जब कीमतें साल-दर-साल के नजरिये से भी महंगी हो गई हैं.

आलू-प्याज की कीमत में इजाफा

रिपोर्ट में कहा गया है कि मासिक आधार पर प्याज और आलू की कीमतें क्रमशः 16% और 9% बढ़ीं, जिससे लागत में और बढ़ोतरी हुई. क्रिसिल ने कहा कि जून की तुलना में जुलाई में मिर्च की कीमतें 69% बढ़ी, लेकिन चूंकि भोजन तैयार करने के लिए इसकी जरूरत थोड़ी कम रहती है, इसलिए थाली तैयार करने पर इसका प्रभाव सीमित है.

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रिपोर्ट में कहा गया है कि मांसाहारियों के लिए थाली (Nog-Veg Thali) की कीमत में कम मात्रा में बढ़ोतरी का कारण ब्रॉयलर चिकन (Broiler Chicken) की कीमत में 3 से 5% की गिरावट से आना है, जिसका थाली की लागत में लगभग आधा हिस्सा होता है. इसमें कहा गया है कि वनस्पति तेल (Vegetable Oil) की कीमत में मासिक आधार पर 2% की गिरावट आने से दोनों प्रकार की थालियों की लागत बढ़ने से कुछ राहत मिली है.

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