लीची की बागवानी करने वाले किसान ध्यान दें, इस महीने करना न भूलें ये 9 काम
Written By: संजीत कुमार
Fri, Apr 05, 2024 01:42 PM IST
गर्मी के दिनों में बाजारों में लीची की बहुत अधिक मांग रहती है. लोग इसे बड़े चाव से खाते हैं. बिहार के बागवानों के लिए बिहार कृषि विभाग ने अप्रैल महीने में लीची के पौधे में किए जाने वाले कामों की एडवाइजरी जारी की है.
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अप्रैल माह में लीची के बागान में किए जाने वाले काम
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बागों में हल्की सिंचाई करें
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उर्वरकों का करें इस्तेमाल
फल लौंग के आकार होने पर 8-12 वर्षों के पौधों में 350 ग्राम यूरिया और 250 ग्राम पोटेशियम सल्फेट का व्यवहार करें और 15 वर्ष के ऊपर के पौधों में 450-500 ग्राम यूरिया और 300 से 350 ग्राम पोटेशियम सल्फेट का इस्तेमाल करें. ध्यान रहे कि उर्वरकों का इस्तेमाल पर्याप्त नमी होने पर ही करें. छत्रक से 1 मीटर अंदर 15 सेमी चौड़ी और गहरी नाली बनाकर उर्वरकों का इस्तेमाल करें. (Image- Freepik)
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बचाव के लिए ये कवकनाशी कारगर
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फल बेधक कीट से बचाव
कीटनाशक दवा का छिड़काव कवक नाशी दवा के छिड़काव के दो दिन बाद ही करें. लीची फल बेधक (बोरर) कीट से बचाव के लिए थीयाक्लोप्रिड (21% एस.सी) 0.6 मिली प्रति लीटर पानी अथवा इमारेक्टिन बेनजोएट (0.5 मिली प्रति लीटर) + फिप्रोनील (1.5 मिली प्रति लीटर) दवा का घोल बनाकर छिड़काव करें. ध्यान रखें कि दवा का छिड़काव फलों के लौंग के आकार के हो जाने के बाद ही करें. (Image- Freepik)
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फलों को झड़ने से रोकने का उपाय
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फलों को फटने की समस्या से निजात
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बेहतर गुणवत्ता
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