आलू की खेती करने वाले किसानों के लिए खुशखबरी, इस सॉफ्ट ड्रिंक कंपनी ने किया बड़ा ऐलान, होगा फायदा
Farmers News: सॉफ्ट ड्रिंक कंपनी पेप्सिको इंडिया (PepsiCo India) ने किसानों को आलू की बेहतर फसल प्राप्त करने में मदद के लिये पहल की है. इसके तहत कंपनी ने फसल के स्वास्थ्य पर वास्तविक समय पर नजर रखने में मदद करने के लिए फसल और खेत के स्तर पर पूर्वानुमान लगाने योग्य इंटेलिजेंस मॉडल की घोषणा की.
Farmers News: इस बार आलू की बंपर पैदावार ने किसानों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया. उपज की सही कीमत नहीं मिलने से किसान परेशान और हताश हैं. किसानों की परेशानी को देखते हुए सॉफ्ट ड्रिंक कंपनी पेप्सिको इंडिया (PepsiCo India) ने किसानों को आलू की बेहतर फसल प्राप्त करने में मदद के लिये पहल की है. इसके तहत कंपनी ने फसल के स्वास्थ्य पर वास्तविक समय पर नजर रखने में मदद करने के लिए फसल और खेत के स्तर पर पूर्वानुमान लगाने योग्य इंटेलिजेंस मॉडल की घोषणा की.
इन दो राज्यों में किया जा रहा है लागू
कंपनी ने ग्लोबल एग्री टेक्नोलॉजी कंपनी, क्रोपिन (Cropin) के सहयोग से पेश किया गया, अनुमान लगाये जाने योग्य और खेत इंटेलिजेंस मॉडल’ विशिष्ट फसल किस्मों, स्थितियों तथा स्थानों के अनुरूप है. यह पहल भारत के लिए पेप्सिको के सटीक कृषि मॉडल का हिस्सा है और इसे गुजरात और मध्य प्रदेश में प्रदर्शन वाले खेतों में एक प्रायोगिक परियोजना के रूप में लागू किया जा रहा है.
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पेप्सिको के अनुसार, भारत में ज्यादातर किसानों के पास एक हेक्टेयर से कम कृषि भूमि है और उन्हें पानी, उर्वरक और कीटनाशकों जैसे कृषि-लागतों की अधिकतम खपत का आकलन करने के तरीकों की कमी की वजह से लगातार चुनौतियों का सामना करना पड़ता है.
रोग के कारण उपज का हो सकता है नुकसान
कंपनी ने उदाहरण देते हुए कहा कि अगर जल्दी पूर्वानुमान नहीं लगाया गया तो ब्लाइट फसल रोग के कारण आलू की उपज का नुकसान 80% तक हो सकता है. इसमें कहा गया है कि देश के उत्तरी भागों में विशेष रूप से आलू के किसानों के लिए जमीनी ठंढ के कारण होने वाली महत्वपूर्ण उपज हानि एक और गंभीर मुद्दा है.
इसमें कहा गया है, प्रणाली 10 दिनों तक के लिए पहले से पूर्वानुमान दे सकती है जो किसानों को विभिन्न फसल चरणों की पहचान करने में सहायता कर सकती है, और मौसम के पूर्वानुमान और ऐतिहासिक डेटा पर निर्भर रोग चेतावनी प्रणाली सहित फसल स्वास्थ्य की बारीकी से निगरानी कर सकती है.
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14 क्षेत्रीय भाषा में मिलेगा समाधान
पेप्सिको की 14 क्षेत्रीय भाषाओं में समाधान पेश करने की योजना है. भारत में, पेप्सिको 14 राज्यों में 27,000 से अधिक किसानों के साथ प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से काम करती है.
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