Bank Fraud: IDBI Bank में ₹395 करोड़ की कथित धोखाधड़ी में यूनिटेक और पूर्व निदेशकों के खिलाफ नया मामला दर्ज
बैंक से धोखाधड़ी की शिकायत मिलने के करीब छह महीने बाद सीबीआई ने यूनिटेक, इसके पूर्व प्रवर्तकों और निदेशक रमेश चंद्रा, अजय चंद्रा एवं संजय चंद्रा के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की संबंधित धाराओं और भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया.
Bank Fraud: केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने IDBI Bank में 395 करोड़ रुपये की कथित धोखाधड़ी के सिलसिले में यूनिटेक लिमिटेड और इसके पूर्व निदेशकों के खिलाफ नया मामला दर्ज किया है. अधिकारियों ने शुक्रवार को कहा कि बैंक से धोखाधड़ी की शिकायत मिलने के करीब छह महीने बाद सीबीआई ने यूनिटेक, इसके पूर्व प्रवर्तकों और निदेशक रमेश चंद्रा, अजय चंद्रा एवं संजय चंद्रा के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की संबंधित धाराओं और भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया. सीबीआई केनरा बैंक में कथित धोखाधड़ी के एक अन्य मामले में भी यूनिटेक के इन आरोपी संस्थापकों के खिलाफ जांच कर रही है.
रियल एस्टेट कंपनी यूनिटेक 2012 में आईडीबीआई बैंक से कथित रूप से 400 करोड़ रुपये के ‘वेंडर बिल डिस्काउंटिंग (वीबीडी)’ सुविधा का फायदा उठा रही थी, जो एक प्रकार का ऋण होता है. एफआईआर में शामिल शिकायत के मुताबिक, कंपनी ने वीबीडी बिल के भुगतान में देर की थी. बैंक ने सीबीआई से इस मामले में समुचित मामला दर्ज कर जांच करने का अनुरोध किया था.
बता दें कि CBI ने दिसंबर, 2020 में केनरा बैंक के साथ 198 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी (Canara Bank Fraud) के आरोप में यूनिटेक कंपनी (Unitech) के मैनेजिंग डायरेक्टर (MD) संजय चंद्रा, उनके पिता रमेश और भाई अजय के खिलाफ मामला दर्ज किया था. चंद्रा के खिलाफ नया मामला दर्ज करने के बाद आरोपियों के विभिन्न परिसरों पर छापे भी मारे गए थे. इस मामले में नाम सामने आने से पहले ही उन्हें अंतरिम जमानत मिली हुई थी. संजय चंद्रा और उनकी फर्म का नाम 2जी स्पेक्ट्रम घोटाले में भी सामने आया था. हालांकि, निचली अदालत ने उन्हें इस मामले में बरी कर दिया था.
(भाषा इनपुट्स के साथ)
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