टाटा पावर सोलर सिस्टम्स (Tata Power Solar Systems) ने छत्तीसगढ़ में नई सौर परियोजना की शुरुआत की है. कंपनी ने छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव में बैटरी ऊर्जा भंडारण प्रणाली (बीईएसएस) के साथ 100 मेगावाट क्षमता की सौर परियोजना शुरू की है. बैटरी ऊर्जा भंडारण प्रणाली की क्षमता 120 मेगावाट (एमडब्ल्यूएच) है. एक बयान में कहा गया कि टाटा पावर सोलर सिस्टम्स (टीपीएसएसएल) को दिसंबर, 2021 में सोलर एनर्जी कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लि. (सेकी) से EPC (इंजीनियरिंग खरीद निर्माण) आधार पर 945 करोड़ रुपये की परियोजना मिली थी. 

इन परियोजनाओं को करना है शामिल

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परियोजना अनुबंध में इंजीनियरिंग, डिजाइन, आपूर्ति, निर्माण, परीक्षण, परिचालन और रखरखाव और परियोजनाओं को चालू करना शामिल था. बयान के अनुसार, टाटा पावर रिन्यूएबल एनर्जी लि. (टीपीआरईएल) की पूर्ण स्वामित्व वाली अनुषंगी कंपनी टीपीएसएसएल ने देश की सबसे बड़ी सौर और बैटरी ऊर्जा भंडारण प्रणाली (बीईएसएस) परियोजना को छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव में सफलतापूर्वक चालू कर दिया है. 

120 MW क्षमता की बैटरी ऊर्जा भंडारण सिस्टम शामिल

इसमें 100 मेगावाट सौर पीवी परियोजना के साथ 120 मेगावाट क्षमता की बैटरी ऊर्जा भंडारण प्रणाली शामिल हैं. टीपीआरईएल के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) दीपेश नंदा ने कहा कि सेकी के लिए सबसे बड़ी सौर और बैटरी भंडारण परियोजना का सफलतापूर्वक संचालन, टाटा पावर सोलर की तकनीकी विशेषज्ञता और परियोजना निष्पादन के कौशल को दर्शाता है. 

कार्बन उत्सर्जन में आएगी कमी

यह परियोजना चौबीस घंटे हरित ऊर्जा सुनिश्चित करेगी और नवीन समाधानों के माध्यम से नवीकरणीय ऊर्जा की ओर बदलाव में तेजी लाएगी. इस परियोजना से सालाना 24.35 करोड़ यूनिट बिजली उत्पन्न होने और 25 साल में कार्बन उत्सर्जन में में 48.7 लाख टन की कमी आने का अनुमान है.