रिलायंस इंडस्ट्रीज ने भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) की पूर्व चेयरमैन अरुंधति भट्टाचार्य को कंपनी के बोर्ड में स्वतंत्र निदेशक नियुक्त किया है. भट्टाचार्य का रिटायरमेंट के बाद कूलिंग पीरियड इस महीने खत्म हुआ है. कूलिंग पीरियड वह अवधि है, जिस दौरान सरकारी पद से रिटायर हुआ कोई व्यक्ति किसी निजी कंपनी को ज्वाइन नहीं कर सकता है. रिलायंस इंडस्ट्रीज के प्रमुख मुकेश अंबानी हैं और कंपनी पेट्रोकेमिकल्स के साथ ही टेलीकॉम बाजार में मजबूत पकड़ रखती है. 

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रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) ने बताया है कि अरुंधति बतौर एडिशनल डायरेक्टर कंपनी के बोर्ड में शामिल होंगी. उनकी नियुक्ति अगले पांच सालों के लिए है, हालांकि इसके लिए कंपनी के शेयरधारकों की मंजूरी ली जानी है.

अरुंधति अक्टूबर 2017 में एसबीआई से रिटायर हुईं और सरकारी नियमों के मुताबिक अगले एक साल तक यानी अक्टूबर 2018 तक वो किसी प्राइवेट कंपनी से नहीं जुड़ी सकती थीं. इससे पहले अरुंधति को निजी क्षेत्र की इक्विटी कंपनी क्रिसकैपिटल एडवायजर्स ने बतौर सलाहकार नियुक्त किया था. 

अरुंधति एसबीआई में 1977 में बतौर प्रोबेश्नरी ऑफिसर शामिल हुई थीं और 2013 में इस बैंक का नेतृत्व करने वाली वह पहली महिला बनी थीं. अरुंधति चार साल तक एसबीआई की प्रमुख रहीं. स्टेट बैंक में अपने 40 साल के कार्यकाल के दौरान भट्टाचार्य कई अहम पदों पर रहीं और बैंक की प्रमुख बनने से पहले वह विदेशी मुद्रा, ट्रेजरी, रीटेल बैंकिंग, एचआर और इंवेस्टमेंट बैंकिंग विभागों की प्रमुख रहीं.