Q4 में इस सीमेंट कंपनी का घाटा हुआ कम; कमाई भी घटी, सेल्स वॉल्यूम में सुधार
India Cements Q4 results: एक्सचेंज फाइलिंग के मुताबिक, इंडिया सीमेंट्स लिमिटेड को चौथी तिमाही में बिक्री की मात्रा में सुधार से कंसोलिडेटेड नेट लॉस कम होकर 50.06 करोड़ रुपये हो गया. एक साल पहले इसी तिमाही में 243.77 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था.
India Cements Q4 results: सीमेंट कंपनी इंडिया सीमेंट्स ने अपने तिमाही नतीजे जारी कर दिए हैं. वित्त वर्ष 2023-24 की मार्च तिमाही में कंपनी का घाटा कम हुआ है. लेकिन साथ ही कंपनी की आमदनी भी घटी है. एक्सचेंज फाइलिंग के मुताबिक, इंडिया सीमेंट्स लिमिटेड को चौथी तिमाही में बिक्री की मात्रा में सुधार से कंसोलिडेटेड नेट लॉस कम होकर 50.06 करोड़ रुपये हो गया. एक साल पहले इसी तिमाही में 243.77 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था.
आय भी घटी
इंडिया सीमेंट्स लिमिटेड ने शेयर बाजार को दी जानकारी में बताया कि चौथी तिमाही में परिचालन आय 1,266.65 करोड़ रुपये रही, जबकि एक साल पहले इसी तिमाही में यह 1,485.73 करोड़ रुपये थी. कुल व्यय बढ़कर 1,351.84 करोड़ रुपये हो गया जो पिछले साल इसी अवधि में 1,637.65 करोड़ रुपये था. समूचे वित्त वर्ष 2023-24 में कंपनी का एकीकृत शुद्ध घाटा कम होकर 215.76 करोड़ रुपये हो गया. परिचालन आय घटकर 5,112.24 करोड़ रुपये रही.
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चौथी तिमाही में सीमेंट और क्लिंकर की मात्रा 24.36 लाख टन थी, जबकि पिछले वर्ष की समान अवधि में यह 27.85 लाख टन थी. कंपनी ने कहा कि जमीन की बिक्री से होने वाले फायदे के साथ-साथ कंपनी ने सीमेंट की बिक्री कीमतों में गिरावट के बावजूद तिमाही में 24 करोड़ रुपये का कैश प्रॉफिट कमाया है.
India Cements ने आगे कहा कि तनावपूर्ण वर्किंग कैपिट की स्थिति के कारण पिछली दो तिमाहियों में क्षमता उपयोग में कमी के बाद, वर्किंग कैपिटल के निवेश के कारण चौथी तिमाही में इसमें सुधार किया जा सकता है और चालू वर्ष की तीसरी तिमाही में यह 51 फीसदी से बढ़कर 63 फीसदी हो गया. चौथी तिमाही में कुल खर्च पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि के 1,637.65 करोड़ रुपये की तुलना में कम होकर 1,351.84 करोड़ रुपये रहा.
India Cements ने भविष्य की रणनीति पर कहा, लोकसभा चुनाव और कुछ राज्यों में विधानसभा चुनाव के बाद, केंद्र तथा राज्यों से विकास के एजेंडे पर अपना ध्यान बनाए रखने की उम्मीद है. सरकार, निजी क्षेत्र के आवास और वाणिज्यिक क्षेत्रों द्वारा इंफ्रास्ट्रक्चर पर निरंतर खर्च करने से आने वाले महीनों में निर्माण गतिविधि तेज होने की उम्मीद है। यह सीमेंट उद्योग के लिए अच्छा है.
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