हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन (शुक्रवार) को शेयर बाजार में भारी गिरावट देखने को मिली. सेंसेक्स और निफ्टी 50 इंडेक्स दोनों ही लाल निशान के साथ बंद हुए. दोनों ही इंडेक्स तकरीबन एक फीसदी की गिरावट के साथ बंद हुए. इस दौरान कई शेयरों में गिरावट दर्ज की गई. लेकिन देश की दिग्गज ईवी कंपनी ओला इलेक्ट्रिक (OLA Electric) का शेयर काफी टूटा. भाविश अग्रवाल के नेतृत्व वाली ओला इलेक्ट्रिक के शेयर में शुक्रवार को अबतक की सबसे बड़ी गिरावट दर्ज की गई है. ओला इलेक्ट्रिक का शेयर अपने आईपीओ प्राइस के भाव पर पहुंच गया था और क्लोजिंग होते-होते शेयर में भारी गिरावट दर्ज हुई. 

हाई से 50 फीसदी तक गिरा

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दिन के कारोबार के दौरान शेयर कुछ देर के लिए आईपीओ प्राइस 76 रुपये पर पहुंच गया था और दिन के अंत में यह 77.29 रुपये पर बंद हुआ. सत्र के दौरान शेयर ने 76.73 का न्यूनतम स्तर और 80.49 का उच्चतम स्तर छुआ. दोपहिया ईवी कंपनी ओला इलेक्ट्रिक का शेयर अपने उच्चतम स्तर से करीब 50 प्रतिशत गिर गया है. 

ओला इलेक्ट्रिक का शेयर अगस्त में लिस्ट हुआ था और लिस्टिंग के बाद शेयर में तेजी देखी गई थी और इसने 157.40 का उच्चतम स्तर बनाया था और इसके बाद से शेयर में लगातार गिरावट देखी जा रही है. बाजार के जानकारों का कहना है कि ओला इलेक्ट्रिक के शेयर में 86 रुपये का एक मजबूत सपोर्ट टूट गया है और अब अगला लक्ष्य 75 रुपये का है क्योंकि शेयर में लगातार कमजोरी बनी हुई है.

क्या है एक्सपर्ट्स की राय

जानकारों के मुताबिक, अगर ओला का शेयर अपने आईपीओ प्राइस 76 के नीचे जाकर कुछ दिन तक ठहरता है तो संस्थागत निवेशकों और रिटेल निवेशकों की बिकवाली के कारण इसमें और गिरावट देखने को मिल सकती है. आगे कहा कि शेयर में हर स्तर पर बिकवाली देखी जा रही है. लगातार कमजोरी के कारण निवेशकों को इस शेयर से दूर रहना चाहिए और मजबूत फंडामेंटल वाली कंपनियों में निवेश करना चाहिए.

सरकारी पोर्टल वाहन के मुताबिक, ओला इलेक्ट्रिक ने सितंबर में 24,665 ई-स्कूटर बेचे हैं. अगस्त में यह आंकड़ा 27,587 था. ओला इलेक्ट्रिक का मार्केट शेयर गिरने की वजह बाजार में प्रतिस्पर्धा का बढ़ना है. बड़ी ऑटो कंपनियां भी इलेक्ट्रिक दोपहिया सेक्टर में अपने पांव जमाने की कोशिश कर रही है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, ओला इलेक्ट्रिक के ईवी में ग्राहकों को कई सारी परेशानियों का सामना करना पड़ा है, जिसमें सॉफ्टवेयर, हार्डवेयर और सर्विस सेंटर से जुड़ी समस्याएं हैं.