Merger: इक्विटी लिस्‍टेड होल्डिंग कंपनी एलएंडटी फाइनेंस होल्डिंग्स लिमिटेड (LTFH) ने आज अपनी सहायक कंपनियों, एलएंडटी फाइनेंस लिमिटेड (LTF), एलएंडटी इंफ्रा क्रेडिट लिमिटेड (LTICL) और एलएंडटी म्यूचुअल फंड ट्रस्टी लिमिटेड को खुद के साथ विलय के सफलतापूर्वक पूरा हो जाने की घोषणा की है. एलटीएफएच (LTFH) एक लीडिंग एनबीएफसी (NBFC) है और एलएंडटी फाइनेंस ब्रांड के तहत वित्तीय उत्पादों और सेवाओं की एक बड़ी रेंज प्रदान करता है. एलटीएफएच होल्डिंग कंपनी थी जबकि एलटीएफ और एलटीआईसीएल हाई वैल्‍यू डेट लिस्‍टेड संस्थाएं और परिचालन संस्थाएं थीं.  इस मर्जर के साथ सभी लेंडिंग बिजनेस एक ही इकाई यानी एलटीएफएच के तहत रखे जाएंगे साथ ही यह इक्विटी लिस्‍टेड ऑपरेटिंग लेंडिंग एंटिटी बन जाएगी. LTFH का शेयर 2 फीसदी चढ़कर बंद हुआ.

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

इन कंपनियों के संबंधित बोर्ड ने जनवरी 2023 में प्रस्तावित विलय को मंजूरी दे दी थी और शेयरधारकों, लेनदारों और रेगुलेटरी /वैधानिक प्राधिकरणों - भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई), नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT), भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (Sebi) और स्टॉक एक्सचेंज से अपेक्षित अप्रूवल यानी अनुमोदन के बाद प्रक्रिया पूरी हो गई थी.

मर्जर का फायदा

कॉर्पोरेट स्‍ट्रक्‍चर के सरलीकरण और कई सहायक कंपनियों में कई प्रक्रियाओं के दोहराव को समाप्त करने के कारण एक सिंगल एंटिटी गवर्नेंस और नियंत्रण को बढ़ाने में मदद करेगी. एक एंटीटी के लिए लिक्विडिटी (तरलता) प्रबंधन एक इकाई की तुलना में कई संस्थाओं (सहायक कंपनियों) में लिक्विडीट के प्रबंधन के लिए होने वाली लागत के संदर्भ में ट्रेजरी और परिचालन दक्षता लाएगा; इस तरह से कुशल लायबिलिटी मैनेजमेंट में मदद मिलती है.

एलटीएफएच (LTFH) एक होल्डिंग कंपनी (कोर इन्वेस्टमेंट कंपनी) से एक परिचालन लोन देने वाली इकाई बन जाएगी, इस प्रकार लोन देने वाले बिजनेस से डायरेक्‍ट प्रॉफिट होगा, जिससे कंपनी की अपने शेयरधारकों को बेहतर रिटर्न प्रदान करने की क्षमता बढ़ जाएगी.

ये भी पढ़ें- विंड एनर्जी कंपनी ने अपनी सब्सिडियरी में किया ₹800 करोड़ का निवेश, 1 साल में 335% रिटर्न देने वाले इस स्टॉक पर रखें नजर

एलटीएफ को मौजूदा आरबीआई नियमों के तहत एनबीएफसी - अपर लेयर के रूप में वर्गीकृत किया गया था, जो इस तरह के वर्गीकरण की तारीख से 3 साल के भीतर स्टॉक एक्सचेंजों पर लिस्‍ट होना अनिवार्य करता है. इससे एलएंडटी फाइनेंस के भीतर 2 एंटिटी इक्विटी जिस्‍टेड हो जातीं है. लिस्टिंग के संबंध में आरबीआई स्केल आधारित रेगुलेशन के बिना रुकावट अनुपालन को सुनिश्चित करते हुए यह विलय दो इक्विटी लिस्‍टेड संस्थाओं के निर्माण से बचाता है.

इस विलय पर एलटीएफएच के मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ, दीनानाथ दुभाषी ने कहा कि मुझे यह घोषणा करते हुए बेहद खुशी हो रही है कि विलय सभी आवश्यक मंजूरी के साथ निर्धारित समय से पहले पूरा हो गया है. यह विलय प्रमुख रणनीतिक पहलों में से एक है, जो हमारे द्वारा 'राइट स्ट्रक्चर' रणनीति के अनुरूप हमारे द्वारा किया गया, जिसे हमारी कंपनी पिछले 7 साल से लागू कर रही है; एनबीएफसी की संख्या 8 से घटकर 1 हो गई है.

2023 में 70% से ज्यादा रिटर्न

एलएंडटी फाइनेंस होल्डिंग्स (LTFH) के शेयर ने निवेशकों को तगड़ा रिटर्न दिया है. साल 2023 में शेयर 71 फीसदी से ज्यादा चढ़ा है. जबकि 6 महीने में इसमें 47 फीसदी की तेजी आई है. एक महीने में यह 8 फीसदी उछला है. वहीं, एक वर्ष में शेयर 65 फीसदी से ज्यादा बढ़ा है.