LIC को ₹806 करोड़ तो Eicher Motors को ₹130 करोड़ का मिला GST नोटिस, मंगलवार को शेयर पर रखें नजर
GST Notice: LIC को टैक्स अधिकारियों ने वित्त वर्ष 2017-18 के लिए कथित तौर पर जीएसटी का कम भुगतान करने के लिए उसे लगभग 806 करोड़ रुपये की मांग का नोटिस भेजा है. आयशर मोटर्स को 130 करोड़ रुपये से अधिक का टैक्स डिमांड नोटिस भेजा गया है.
GST Notice: देश की सबसे बड़ी इंश्योरेंस कंपनी भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) और कमर्शियल व्हीकल मेकर आयशर मोटर्स (Eicher Motors) को जीएसटी का नोटिस मिला है. LIC को टैक्स अधिकारियों ने वित्त वर्ष 2017-18 के लिए कथित तौर पर जीएसटी का कम भुगतान करने के लिए उसे लगभग 806 करोड़ रुपये की मांग का नोटिस भेजा है. वहीं, आयशर मोटर्स को गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स (GST) से संबंधित मुद्दों पर तीन अलग-अलग प्राधिकरणों से 130 करोड़ रुपये से अधिक का टैक्स डिमांड नोटिस भेजा गया है.
सार्वजनिक क्षेत्र की बीमा कंपनी एलआईसी (LIC) ने शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि उसे महाराष्ट्र राज्य के लिए ब्याज और जुर्माने के साथ जीएसटी कलेक्शन (GST Collection) के लिए एक आदेश मिला है. कंपनी ने कहा कि वह निर्धारित समयसीमा के भीतर इस आदेश के खिलाफ आयुक्त (अपील), मुंबई के समक्ष अपील दायर करेगी. नियामकीय सूचना के मुताबिक, इस नोटिस का एलआईसी की वित्तीय, परिचालन या अन्य गतिविधियों पर कोई भौतिक प्रभाव नहीं पड़ा है.
ये भी पढ़ें- जनवरी में करें इन सब्जियों की खेती, होगी तगड़ी कमाई
आयशर मोटर्स को 130 करोड़ रुपये का टैक्स नोटिस
आयशर मोटर्स को जीएसटी से संबंधित मुद्दों पर तीन अलग-अलग प्राधिकरणों से 130 करोड़ रुपये से अधिक का कर मांग नोटिस भेजा गया है. आयशर मोटर्स ने सूचना में कहा कि कंपनी को सीजीएसटी (CGST) और केंद्रीय उत्पाद शुल्क, चेन्नई के प्रधान आयुक्त के कार्यालय से 11.8 करोड़ रुपये का जुर्माना और लागू ब्याज सहित 129.79 करोड़ रुपये की कुल राशि का ‘मांग आदेश’ प्राप्त हुआ है.
ये भी पढ़ें- इस Power Stock ने निवेशकों को दिया तोहफा, 2 पर 1 बोनस शेयर का किया ऐलान, 1 साल में 226% रिटर्न
इसमें कहा गया है कि अधिकारी ने कुछ जीएसटी क्रेडिट (GST Credit) को अस्वीकार कर दिया है और जीएसटी की मांग बढ़ा दी है, जिसका मुख्य कारण कंपनी के जीएसटी लाभ और आपूर्तिकर्ताओं द्वारा उनके जीएसटी रिटर्न (GST Return) में बताए गए विवरण के बीच अंतर है. नियामकीय सूचना में कहा गया है, कंपनी के आकलन के आधार पर, उपरोक्त मांग कायम रखने योग्य नहीं हैं और आयशर मोटर्स इनके खिलाफ अपील दायर करने सहित सभी विकल्पों का मूल्यांकन कर रही है.