प्रगति मैदान में आयोजित होने वाले 38वें भारतीय अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले में यदि आप देर शाम घूमने की येाजना बना रहे हैं तो संभव है कि आपको मेले में एंट्री ही न मिले. दरअसर प्रगति मैदान में चल रहे निर्माण कार्य के चलते इस बार मेला पहले की तुलना में मात्र एक चौथाई हिस्से में ही लगाया गया है. ऐसे में मेले में दाखिल होने वाले लोगों की अधिकतम सीमा 25 हजार तय कह गई है. यदि दर्शकों की ये संख्या सुबह ही पूरी हो जाती है तो आपके पास कोई खास पास हो या टिकट आपको मेले में एंट्री नहीं मिल सकेगी. विशेष तौर पर यदि आप वीकेंड में मेला घूमने की योजना बना रहे हैं तो आप जल्दी पहुंचें तो बेहतर होगा. प्रगति मैदान में 14 से 27 नंवबर तक आयोजित होने वाले अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेला पहले चार दिन व्यापारियों के लिए खुला रहेगा.18 नंवबर से आम जनता के लिए खुल जाएगा.

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इस बार 800 एक्जीबिटर्स पेश करेंगे अपने उत्पाद

इस बार मेले में मात्र 800 एक्जीबिटर्स को स्टॉल दिए गए हैं. 12A हाल में जहां विभिन्न राज्यों के पावेलियन होंगे वहीं हॉल नम्बर 18 में हर साल की तरह अंतरराष्ट्रीय स्टॉल होंगे. प्रगति मैदान में भीड़ से बचने के लिए आप मेट्रो स्टेशनों से टिकट ले सकते हैं. इसके लिए आईटीपीओ ने प्रगति मैदान मेट्रो स्टेशन को छोड़कर अन्य 66 मेट्रो स्टेशनों में टिकट बेचने की व्यवस्था की है.

इन गेटों से हो सकेंगे दाखिल

आईटीपीओ ने इस बार मेले में प्रवेश के लिए भैरो मार्ग के करीब स्थित गेट नं.1, मथुरा रोड के करीब स्थित गेट नं.8 और प्रगति मैदान मेट्रो स्टेशन के करीब स्थित गेट नं.10 प्रवेश के लिए खुले रहेंगे.

इस बार मेले की थीम रूरल एंटरप्राइज रहेगी

थीम रूरल एंटरप्राइज इन इंडिया रखी गई है. यह मेला 14 से 27 नवंबर के बीच आयोजित होगा. इस बार मेले में भारत का पार्टनर कंट्री अफगानिस्तान होगा. वहीं फोकस कंट्री नेपाल होगा. ट्रेड फेयर में इस बार एक दिन में करीब 25 हजार लोगों को ही प्रवेश मिल पाने की संभावना है. आमतौर पर यह संख्या 50 हजार से एक लाख तक होती थी. प्रगति मैदान में चल रहे निर्माण कार्य के चलते कम संख्या में लोग ही इस मेले में जा सकेंगे. प्रगति मैदान में चल रहे निर्माणाधीन कार्य की वजह से इस बार मेला पहले की तुलना में एक चौथाई स्थान पर ही आयोजित किया जा रहा है.