दुनिया बदलने के लिए हर सप्ताह 80 घंटे करना पड़ता है काम, इस बड़ी कंपनी के सह संस्थापक ने कही ये बात
यदि आप दुनिया बदल देने के सपने देखते हैं तो आपको काफी मेहनत करने की जरूरत है. दुनिया बदलने के लिए आपको हर सप्ताह कम से कम 80 घंटे तक काम करना पड़ेगा.
यदि आप दुनिया बदल देने के सपने देखते हैं तो आपको काफी मेहनत करने की जरूरत है. दुनिया बदलने के लिए आपको हर सप्ताह कम से कम 80 घंटे तक काम करना पड़ेगा. ये बात अमेरिका की जानीमानी कंपनी टेस्ला के सह संस्थापक एलन मस्क ने कहीं. उन्होंने कहा कि किसी भी काम को करने के बहुत से सरल रास्ते हो सकते हैं. लेकिन सप्ताह में मात्र 40 घंटे काम कर के कोई दुनिया नहीं बदल सकता है. मस्क ने एक ट्वीट के जरिए ये बातें कहीं.
दुनिया को कैसे बदला जा सकता है
दरअसल मस्क से पूछा गया कि कितने घंटे काम कर के दुनिया को बदला जा सकता है. इस पर उन्होंने प्रतिक्रिया देते हुए ये व्यक्ति पर निर्भर करता है. उन्होंने कहा कि 80 घंटे तो लगातार काम करना ही होगा. इसी बीच कई बार सप्ताह में 100 घंटे तक काम करने का प्रयास करना होगा. उन्होंने कहा कि हालांकि 80 घंटे से अधिक काम करने पर दर्द बढ़ता जाता है.
मस्क पर है काफी दबाव
मस्क के ऊपर टेस्ला के निर्धारित लक्ष्यों को पूरा करने का काफी दबाव है. हाल ही में न्यूयार्क टाइम्स को दिए एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि वो लक्ष्यों को पूरा करने के लिए सप्ताह में 120 घंटे तक काम कर रहे हैं. हहालांकि उन्होंने कहा कि ये कोई बहुत बड़ी बात नहीं है. उन्होंने बताया था कि वो नींद पूरी करने के लिए कई बार किसी रिसॉर्ट में जा कर स्लीप मैडिटेशन करते हैं.
कुछ लोग कर सकते हैं नींद पर नियंत्रण
कई रिसर्च में पाया गया है कि कुछ लोग अपनी नींद पर नियंत्रण कर सकते हैं और बहुत कम नींद में भी उनका काम चल जाता है. लेकिन ऐसे बहुत कम लोग होते हैं. सामान्य तौर पर नींद पूरी न होने पर आपका शरीर और दिमाग पूरी क्षमता से काम नहीं कर पाते हैं.