₹87 स्टॉक प्राइस वाले इस प्राइवेट बैंक का Q2 प्रॉफिट 35% उछला, 1 साल में दिया 50% का रिटर्न; पढ़ें पूरी डीटेल
प्राइवेट सेक्टर के IDFC First Bank ने सितंबर तिमाही के लिए रिजल्ट का ऐलान किया है. बैंक के प्रॉफिट में 35 फीसदी का ग्रोथ दर्ज किया गया. इंटरेस्ट इनकम में भी तेजी आई है. जानिए पूरी डीटेल.
IDFC First Bank Q2 Results: प्राइवेट सेक्टर के आईडीएफसी फर्स्ट बैंक ने सितंबर तिमाही के लिए रिजल्ट का ऐलान किया है. दूसरी तिमाही में बैंक का नेट प्रॉफिट 35 फीसदी उछाल के साथ 751 करोड़ रुपए रहा. NII यानी नेट इंटरेस्ट इनकम 32 फीसदी उछाल के साथ 3950 करोड़ रुपए रही. यह शेयर बीते हफ्ते 87 रुपए (IDFC First Bank Share Price) पर बंद हुआ. रीटेल निवेशकों का यह पसंदीदा स्टॉक है जिसने एक साल में 50% से ज्यादा का रिटर्न दिया है.
इंटरेस्ट मार्जिन 6.32% रहा
BSE की वेबसाइट पर उपलब्ध जानकारी के मुताबिक, IDFC First Bank का कोर ऑपरेटिंग प्रॉफिट 38 फीसदी उछाल के साथ 1456 करोड़ रुपए हो गया. नेट इंटरेस्ट मार्जिन 6.32 फीसदी रहा जो एक साल पहले समान तिमाही में 5.83 फीसदी और जून तिमाही में 6.33 फीसदी था. प्रोविजिन 25 फीसदी उछाल के साथ 528 करोड़ रुपए रहा.
ROA, ROE मजबूत हुआ है
रिटर्न रेशियो की बात करें तो सितंबर तिमाही में ROA यानी रिटर्न ऑन असेट्स सालाना आधार पर 1.07 फीसदी से बढ़कर 1.16 फीसदी पर पहुंच गया. ROE यानी रिटर्न ऑन इक्विटी 10.13 फीसदी से बढ़कर 11.03 फीसदी पर पहुंच गया.
NPA में अच्छा सुधार आया है
असेट क्वॉलिटी की बात करें तो NPA में अच्छा सुधार आया है. सितंबर तिमाही में ग्रॉस NPA सालाना आधार पर 3.18 फीसदी से घटकर 2.11 फीसदी पर आ गया. नेट NPA सालाना आधार पर 1.09 फीसदी से घटकर 0.68 फीसदी पर आ गया. प्रोविजन कवरेज रेशियो 76.49 फीसदी से बढ़कर 84.09 फीसदी रहा.
डिपॉजिट में 44% का ग्रोथ दर्ज किया गया
Q2 में बैंक का डिपॉजिट 44 फीसदी के सालाना ग्रोथ के साथ 164726 करोड़ रुपए रहा. CASA डिपॉजिट 26 फीसदी के उछाल के साथ 79468 करोड़ रुपए रहा. रीटेल डिपॉजिट 50 फीसदी के उछाल के साथ 127595 करोड़ रुपए रहा. टोटल कस्टमर डिपॉजिट में रीटेल का योगदान 77 फीसदी है.
बैंक के CEO ने रिजल्ट पर क्या कहा?
बैंक के MD एंड CEO वी वैद्यनाथन ने कहा कि हम लॉन्ग टर्म में बैंक को मजबूत करने को लेकर दृढ़ हैं. इसी के अनुरूप फंडामेंटल और कल्चर को विकसित किया जा रहा है. किसी भी बैंक के लिए डायवर्सिफाइड कस्टमर डिपॉजिट सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण होता है. बैंक ने डिपॉजिट्स में 44 फीसदी का ग्रोथ आया है. असेट क्वॉलिटी बेहतर हो रही है. रीटेल, रूरल और SME बिजनेस वर्टिकल का NPA बहुत कम रहा है.