सरकार ने मिनिरत्न कंपनी SJVN Ltd में अपनी हिस्सेदारी बेचने का ऐलान किया है. ऑफर फॉर सेल यानी OFS के तहत सरकार 9.66 करोड़ शेयर बेचेगी. इस कंपनी में सरकार 2.63 फीसदी हिस्सेदारी घटाएगी. वर्तमान में उसके पास 86.77 फीसदी हिस्सेदारी है. यह पावर सेक्टर की स्मॉलकैप कंपनी है जिसने निवेशकों को भर-भर कर रिटर्न दिया है. निवेशकों को यह शेयर 16% सस्ता ऑफर किया जा रहा है.

रीटेल निवेशक 22 सितंबर को खरीद सकते हैं

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BSE की वेबसाइट पर उपलब्ध जानकारी के मुताबिक, SJVN Ltd का ऑफर फॉर सेल नॉन रीटेल निवेशकों के लिए 21 सितंबर यानी गुरुवार और रीटेल निवेशकों के लिए 22 सितंबर यानी शुक्रवार को खुलेगा. फ्लोल प्राइस 69 रुपए प्रति शेयर रखा गया है. बुधवार को यह शेयर 82 रुपए पर बंद हुआ. क्लोजिंग के मुकाबले फ्लोर प्राइस करीब 16 फीसदी सस्ता है.

ओवर सब्सक्रिप्शन होने पर एडिशनल शेयर बेचे जा सकते हैं

एक्सचेंज पर उपलब्ध जानकारी के मुताबिक, सरकार SJVN Ltd में कुल 2.46 फीसदी हिस्सेदारी यानी 96672962 शेयर बेचेगी. ओवर सब्सक्रिप्शन होने पर एडिशनल 2.46 फीसदी हिस्सेदारी बेची जा सकती है. शेयर होल्डिंग पैटर्न की बात करें तो जून तिमाही के आधार पर कंपनी में सरकार की हिस्सेदारी 86.77 फीसदी है. FII की हिस्सेदारी 1.4 फीसदी, DII की हिस्सेदारी 4.33 फीसदी और पब्लिक के पास 7.49 फीसदी हिस्सेदारी है. 

3 महीने में डबल किया निवेशकों का पैसा

एसजेवीएन शेयर के प्रदर्शन (SJVN Share Price) की बात करें तो एक हफ्ते में 7 फीसदी, एक महीने में 45 फीसदी, तीन महीने में 107 फीसदी, छह महीने में 160 फीसदी, इस साल अब तक 137 फीसदी, एक साल में 150 फीसदी और तीन साल में 245 फीसदी का बंपर रिटर्न दिया है. कुल मिलाकर इस स्टॉक ने तीन महीने के भीतर निवेशकों का पैसा डबल कर दिया है.

हिमाचल प्रदेश सरकार के साथ ज्वाइंट वेंचर

SJVN Ltd भारत सरकार और हिमाचल प्रदेश सरकार की ज्वाइंट वेंचर है. इस कंपनी को मिनिरत्न का दर्जा मिला हुआ है. इस कंपनी पावर प्रोजेक्ट्स हिमाचल प्रदेश के अलावा, उत्तराखंड, बिहार, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, पंजाब, गुजरात, अरुणाचल प्रदेश, राजस्थान, असम, ओडिशा, मिजोरम और मध्य प्रदेश में फैला हुआ है. 

SJVN Ltd 2030 तक क्षमता 5 गुना करने का लक्ष्य

SJVN Ltd  का पावर जेनरेशन को लेकर अग्रेसिव प्लान है. FY24 में कंपनी का लक्ष्य 5000 MW के पावर जेनरेशन का है. 2030 तक कंपनी की योजना अपनी क्षमता को पांच गुना बढ़ाकर 25000 MW तक पहुंचाने की है. कंपनी की वेबसाइट के मुताबिक, कंपनी का प्रोजेक्ट पोर्टफोलियो 55905 MW का है. इसमें 2091.5 MW ऑपरेशनल है और  4438 MW प्रोजेक्ट अंडर कंसट्रक्शन, 12678 MW प्रोजेक्ट्स प्री-कंस्ट्रक्शन स्टेज में है. यही वजह है कि कंपनी को बड़े स्तर पर फाइनेंसिंग की जरूरत है. 

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