Dividend Profit: Coal India ने भर दिया सरकारी खजाना! डिविडेंड में दिए हजारों करोड़ रुपए, जानिए पूरी डीटेल्स
गाइडलाइंस के मुताबिक CPSE को टैक्स के बाद मुनाफे का 30 फीसदी (PAT) या नेटवर्थ का पांच फीसदी, जो भी अधिक हो उसका कम से कम सालाना डिविडेंड देना आवश्यक है.
Dividend Profit: दूसरी तिमाही के नतीजों के बाद सरकार को सरकारी कंपनियों से जोरदार कमाई हुई है. क्योंकि सरकारी कंपनियों में केंद्र सरकार की बड़ी हिस्सेदारी है. इसके चलते जब कंपनियों ने डिविडेंड का ऐलान किया, तो सरकार को काफी फायदा हुआ. ऐसी ही एक कंपनी कोल इंडिया (Coal India Dividend) ने सरकार को 6113 करोड़ रुपए का डिविडेंड दिया. इसके अलावा MSTC ने भी 25 करोड़ रुपए का डिविडेंड दिया. इसकी जानकारी दीपम ने सोमवार को दी.
PSU कंपनियों ने दिया जमकर डिविडेंड
दीपम ने सोशल मीडिया पर आंकड़े जारी करते हुए कहा कि सरकार को कोल इंडिया से 6113 करोड़ रुपए का डिविडेंड दिया. वहीं MSCT से 25 करोड़ रुपए का डिविडेंड मिला. बता दें कि कोल इंडिया ने अपने शेयर होल्डर्स को 150 फीसदी का डिविडेंड दिया. कंपनी ने शेयर होल्डर्स को प्रति शेयर 15 रुपए का डिविडेंड दिया. इसके लिए 16 नवंबर रिकॉर्ड डेट फिक्स किया था. यह FY23 में कंपनी का पहला डिविडेंड था.
MSTC से मिला ₹25 करोड़ डिविडेंड
MSTC की बात करें तो कंपनी ने अपने शेयरहोल्डर्स को 55 फीसदी का डिविडेंड दिया. यानी शेयरहोल्डर्स को प्रति शेयर 5.5 रुपए का डिविडेंड मिला. कंपनी ने अंतरिम डिविडेंड का ऐलान 8 नवंबर को किया था. 2022 में कंपनी का यह तीसरा डिविडेंड था. इससे पहले सितंबर में 4.4 रुपए और फरवरी में 6.5 रुपए का डिविडेंड दिया.
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क्या कहती है गाइडलाइंस?
गाइडलाइंस के मुताबिक CPSE को टैक्स के बाद मुनाफे का 30 फीसदी (PAT) या नेटवर्थ का पांच फीसदी, जो भी अधिक हो उसका कम से कम सालाना डिविडेंड देना आवश्यक है.