घरेलू बाजार में सोने की मांग बढ़ने से दामों में आई तेजी
सकारात्मक वैश्विक संकेतों और स्थानीय आभूषण विक्रेताओं की लिवाली बढ़ने के कारण बीते सप्ताह दिल्ली के सर्राफा बाजार में सोने की कीमतों में तेजी का रुख रहा और मूल्यवान धातु की कीमत 350 रुपये की तेजी के साथ 31,900 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गयी.
सकारात्मक वैश्विक संकेतों और स्थानीय आभूषण विक्रेताओं की लिवाली बढ़ने के कारण बीते सप्ताह दिल्ली के सर्राफा बाजार में सोने की कीमतों में तेजी का रुख रहा और मूल्यवान धातु की कीमत 350 रुपये की तेजी के साथ 31,900 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गयी. औद्योगिक इकाइयों और सिक्का निर्माताओं का उठाव बढ़ने के कारण चांदी की कीमत में भी मजबूती आई. ‘गांधी जयंती’ के मौके पर मंगलवार को बाजार बंद रहा.
सोने का आयात महंगा हुआ
सर्राफा व्यापारियों के अनुसार उत्तरी अमेरिका मुक्त व्यापार समझौते को बचाने के लिए अमेरिका और कनाडा के एक समझौते पर पहुंचने के बाद मांग में आई तेजी के कारण वैश्विक कारोबारी धारणा काफी सकारात्मक हो गई. उन्होंने कहा कि इसके अलावा दिन के कारोबार में डॉलर के मुकाबले रुपया 74.23 रुपये प्रति डॉलर के रिकार्ड निम्न स्तर पर पहुंच गया था जिसके कारण बहुमूल्य धातुओं का आयात महंगा हो गया. इस स्थिति ने भी सोने की कीमतों में आई तेजी को समर्थन प्रदान किया. वैश्विक स्तर पर न्यूयार्क में सोना तेजी के साथ सप्ताहांत में 1,202.70 डॉलर प्रति औंस और चांदी तेजी के साथ 14.63 डॉलर प्रति औंस पर बंद हुआ.
घरेलू बाजार में सोने की मांग बढ़ी
घरेलू हाजिर बाजार में स्थानीय आभूषण विक्रेताओं की लिवाली बढ़ने के कारण भी तेजी के रूख को समर्थन प्राप्त हुआ. राष्ट्रीय राजधानी में 99.9 और 99.5 प्रतिशत शुद्धता
वाला सोने की सप्ताह के दौरान कमजोर शुरुआत हुई जो स्थानीय आभूषण कारोबारियों की दैनिक लिवाली बढ़ने एवं सकारात्मक वैश्विक संकेतों के अनुरूप क्रमश: 32,030 रुपये और 31,880 रुपये तक मजबूत हो गई. सप्ताहांत में ये कीमतें 350 - 350 रुपये की भारी तेजी दर्शाती क्रमश: 31,900 रुपये और 31,750 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गयी. गिन्नी की कीमत में भी कुछ मजबूती दिखाई दी और यह 100 रुपये की तेजी के साथ सप्ताहांत में 24,600 रुपये प्रति आठ ग्राम पर बंद हुई. चांदी तैयार और चांदी साप्ताहिक डिलीवरी वाले अनुबंधों की कीमत भी 700 - 700 रुपये की तेजी के साथ सप्ताहांत में क्रमश: 39,800 रुपये और 39,275 रुपये प्रति किलो पर बंद हुई. दूसरी ओर छिटपुट सौदों के कारण चांदी सिक्कों की कीमत एक सीमित दायरे में घट बढ़ के बाद लिवाल 73,000 रुपये और बिकवाल 74,000 रुपये प्रति सैकड़ा पर पूर्ववत बंद हुई.