Facebook lay off: माइक्रोब्लॉगिंग साइट ट्विटर के बाद अब फेसबुक ने भी अपने कर्मचारियों की छंटनी कर दी है. फेसबुक, इंस्टाग्राम और वॉट्सऐप की पेरेंट कंपनी मेटा ने आज यानी 9 नवंबर को अपनी कंपनी से 13% यानी 11,000 कर्मचारियों तो कंपनी से बाहर निकालने की घोषणा की है. इस बात की जानकारी मेटा के सीईओ मार्क जुकरबर्ग ने बुधवार को एक लेटर जारी करके दी है. ये फैसला ट्विटर पर बड़े स्तर पर छंटनी के बाद आया है.

मेटा के शेयर्स हुए डाउन

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दरअसल मार्क जुकरबर्ग की तरफ से ये फैसला तब लिया गया, जब ट्विटर सीईओ एलन मस्क ने अपनी कंपनी से कर्मचारियों की छंटनी कर दी है. मेटा के लगभग वेल्यू से 2,3 तिहाई ज्यादा शेयर्स गिर गए हैं. बता दें कि एक दिन पहले बुधवार को मेटा के सीईओ मार्क जकरबर्ग ने कंपनी के कई कर्मचारियों से सोमवार को बातचीत की. बातचीत में उन्होंने मेटा में होने जा रही छंटनी को कन्फर्म कर दिया था. इस दौरान उन्होंने कर्मचारियों को बताया कि बुधवार सुबह से कंपनी में छंटनी की प्रक्रिया शुरू की जाएगी. एक डाउनकास्ट मीटिंग के दौरान उन्होंने कहा कि कंपनी की ओर से उठाए गए गलत कदमों के लिए वे जिम्मेदार है.

बता दें, फेसबुक को टिकटॉक और यूट्यूब जैसे प्लेटफॉर्म्स कड़ी टक्कर दे रहे हैं. ऐसी चर्चा है कि फेसबुक के यूजर्स टिकटॉक और यूट्यूब की तरफ बढ़ रहे हैं. इसी वजह से कंपनी का रेवेन्यू डाउन होता जा रहा है. वहीं इस साल कंपनी के शेयरों में भी भारी गिरावट दर्ज की गई है. इसके चलते कंपनी पहले ही भर्तियों पर रोक लगा चुकी है, जहां उसने अब छंटनी की घोषणा कर दी है. 

जुकरबर्ग की गिरी नेटवर्थ

मार्क जुकरबर्ग के पास मेट प्लेटफॉर्म पर करीब 16.8% शेयर हैं. फेसबुक के रेवेन्यू में 97% से ज्यादा हिस्सा एडवरटीजमेंट से आता है. फेसबुक की स्थापना 2004 में हुई थी और उसके बाद कंपनी में पहली बार बड़े पैमाने पर छंटनी होने जा रही है. कोरोना काल में कंपनी के बिजनस में खूब बढ़ोतरी हुई थी। पिछले साल सितंबर तक के आंकड़ों के मुताबिक कंपनी ने एक साल में 28 फीसदी नई भर्तियां की थी. लेकिन इस साल मेटा के शेयरों में करीब 73 फीसदी भारी गिरावट आई है.