Dividend Income: रेलवे से जुड़ी इन 2 PSU कंपनियों ने भरा सरकारी खजाना, डिविडेंड के तौर पर दिए ₹108 करोड़
Dividend Income: DIPAM सेक्रेटरी ने X पर पोस्ट के माध्यम से बताया कि भारतीय रेलवे से जुड़ी दो PSU कंपनियों IRCON और Railtel ने केंद्र सरकार के खजाने में कुल 108 करोड़ रुपए के डिविडेंड का भुगतान किया है.
Dividend Income: भारतीय रेलवे से जुड़ी दो बड़ी पीएसयू कंपनियों ने सरकारी खजाने में करोड़ों रुपए का भुगतान किया है. भारतीय रेलवे से जुड़ी PSU कंपनी IRCON और Railtel ने केंद्र सरकार को डिविडेंड आय का भुगतान किया है. IRCON ने 83 करोड़ रुपए तो रेलटेल ने 25 करोड़ रुपए का भुगतान किया है. बता दें कि DIPAM (डिपार्टमेंट ऑफ इन्वेस्टमेंट एंड पब्लिक एसेट मैनेजमेंट) के सेक्रेटरी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X इसकी जानकारी दी. DIPAM सेक्रेटरी ने X पर पोस्ट के माध्यम से बताया कि भारतीय रेलवे से जुड़ी दो PSU कंपनियों IRCON और Railtel ने केंद्र सरकार के खजाने में कुल 108 करोड़ रुपए के डिविडेंड का भुगतान किया है.
क्या करती हैं IRCON और Railtel?
IRCON यानी कि इंडियन रेलवे कंस्ट्रक्शन इंटनेशनल लिमिटेड एक PSU कंपनी है. ये कंपनी इंजीनियरिंग और कंस्ट्र्क्शन का काम करती है. ट्रांसपोर्ट इंफ्रास्ट्रक्चर में स्पेशलाइज्ड है. ये कंपनी भारतीय रेलवे के तहत आती है.
इसके अलावा Railtel पर मालिकाना हक भारतीय रेलवे का है. ये एक मिनीरत्न कंपनी है. ये कंपनी ट्रेन कंट्रोल, ऑपरेशन के लिए टेलीकॉम सिस्टम प्रोवाइड करती है. ये कंपनी ऑप्टिकल फाइबर केबल का इस्तेमाल करती है और रेल नेटवर्क को और मजबूत करती है.
IRCTC ने भी दिया था डिविडेंड
इससे पहले 25 सितंबर को भारतीय रेल की बड़ी कंपनी IRCTC ने भी केंद्र सरकार को डिविडेंड का भुगतान किया था. भारतीय रेलवे कैटरिंग और टूरिज्म कॉरपोरेशन (IRCTC) ने भारत सरकार को डिविडेंड इनकम के रूप में 100 करोड़ रुपये का भुगतान किया था.
NHPC, Coal India, BHEL से भी मिला पैसा
इन तीनों रेल कंपनियों के अलावा भारत सरकार के झोले में दूसरी सरकारी कंपनियों ने भी डिविडेंड का फायदा दिया. इसमें NHPC, Coal India, BHEL समेत कई कंपनियां शामिल हैं. NHPC ने डिविडेंड के तौर पर 321 करोड़ रुपए का भुगतान केंद्र सरकार को किया.
Coal India और BHEL Ltd ने 20 सितंबर को सरकारी खजाने में 1556 करोड़ रुपए और 88 करोड़ रुपए जारी किए. उससे पहले 15 सितंबर को NTPC ने डिविडेंड के रूप में सरकारी खजाने में 1487 करोड़ रुपए जमा किए थे. IOCL से 2182 करोड़ रुपए और बीपीसीएल (BPCL) से 460 करोड़ रुपए की डिविडेंड इनकम हुई.
Zee Business Hindi Live TV यहां देखें