Cipla Brokerage Call: फार्मा सेक्टर की दमदार कंपनी सिप्ला अगर आपके पोर्टफोलियो या डीमैट खाते (Demat Account) में है तो ये खबर आपके काम की हो सकती है. पिछले 2 दिनों में सिप्ला के शेयर (Cipla Stock) में 4 डाउनग्रेड आते दिखाई दिए हैं. ज्यादातर ब्रोकरेज कंपनियों ने सिप्ला के स्टॉक पर रेटिंग को डाउनग्रेड किया है और टारगेट प्राइस को भी घटाया है. सिप्ला पर ब्रोकरेज कंपनियों (Brokerage House on Cipla) ने रेटिंग को डाउनग्रेड क्यों किया और टारगेट प्राइस को क्यों घटाया है, इस पर ज़ी बिजनेस के सीनियर रिसर्च एनालिस्ट वरुण दुबे ने डीकोडिंग की है. 

Cipla पर ब्रोकरेज की डाउनग्रेड रेटिंग

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बता दें कि सोमवार और बुधवार के ट्रेडिंग सेशन के दौरान सिप्ला के शेयर पर ब्रोकरेज कंपनियों ने डाउनग्रेड की रेटिंग दी. इसके अलावा अपना टारगेट प्राइस भी कम किया. इसमें क्रेडिट सुईस, जेपी मॉर्गन, जेफरीज और नोमुरा जैसी ब्रोकरेज कंपनियां शामिल हैं. 

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इंदौर वाले प्लांट का निरीक्षण क्यों?

इंदौर वाला प्लांट इसलिए जरूरी है क्योंकि FY23 में आय में 5 फीसदी और EBITDA में 15 फीसदी योगदान का अनुमान इसी फैसिलिटी से था. ऐसा माना जा रहा था कि इस फैसिलिटी से कुछ नए ड्रग बनकर एक्सपोर्ट होने वाले थे. इसके अलावा महत्वपूर्ण प्रोडक्ट Albuterol और Arformoterol यहीं बनते हैं. 

Cipla को लेकर ब्रोकरेज चिंतित क्यों?

ब्रोकरेज कंपनियों का मानना है कि इंदौर यूनिट की फिर से जांच हो सकती है और ऐसे में नए प्रोडक्ट्स या ड्रग को मंजूरी मिलने में देरी हो सकती है. इसके अलावा अगले 2 साल अमेरिका में ये कंपनी कोई ड्रग ना भी लाए. यही वजह है कि ब्रोकरेज कंपनियां टारगेट प्राइस काट रही हैं और रेटिंग भी डाउनग्रेड कर रही हैं.