Bank of Maharashtra News: बीते वित्त वर्ष में पब्लिक सेक्टर के बैंकों की ऋण वृद्धि में बैंक ऑफ महाराष्ट्र (BoM) का प्रदर्शन सबसे अच्छा रहा है. आंकड़ों के अनुसार, 2021-22 में ऋण और जमा में वृद्धि के मामले में प्रतिशत के लिहाज से बीओएम ने सबसे ऊंची वृद्धि हासिल की है. पुणे स्थित मुख्यालय वाले बीओएम का सकल ऋण (gross advances) 31 मार्च, 2022 को खत्म हुए वित्त वर्ष में 26 प्रतिशत बढ़कर 1,35,240 करोड़ रुपये रहा है.

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दूसरे नंबर पर SBI

इसके बाद भारतीय स्टेट बैंक (SBI) का नंबर आता है. बीते कारोबारी साल में एसबीआई की ऋण वृद्धि 10.27 प्रतिशत रही. यूनियन बैंक ऑफ इंडिया (UBI) 9.66 प्रतिशत की ऋण वृद्धि के साथ तीसरे स्थान पर रहा. हालांकि मूल्य के लिहाज से एसबीआई पहले स्थान पर रहा है. एसबीआई द्वारा दिया गया कुल कर्ज बीओएम से 18 गुना ज्यादा यानी 24,06,761 करोड़ रुपये रहा. यूनियन बैंक ऑफ इंडिया का कर्ज भी बीओएम से पांच गुना अधिक यानी 6,99,269 करोड़ रुपये रहा.

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जमा वृद्धि के मामले में भी बीओएम आगे 

जमा वृद्धि के मामले में भी बीओएम प्रतिशत में सबसे आगे रहा है. मार्च, 2022 को खत्म हुए वित्त वर्ष में बैंक ऑफ महाराष्ट्र (BoM) की जमा 16.26 प्रतिशत बढ़कर 2,02,294 करोड़ रुपए रही. वहीं यूनियन बैंक ऑफ इंडिया की जमा 11.99 प्रतिशत बढ़कर 10,32,102 करोड़ रुपए और इंडियन बैंक की 10 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 5,84,661 करोड़ रुपए रही.

नेट एनपीए घटकर 0.97 प्रतिशत

कुल कारोबार वृद्धि के मामले में भी बैंक ऑफ महाराष्ट्र टॉप पर रहा है. वित्त वर्ष के दौरान बैंक का कुल कारोबार 20 प्रतिशत बढ़कर 3,37,534 करोड़ रुपये पर पहुंच गया. वहीं यूनियन बैंक ऑफ इंडिया का कारोबार 11.04 प्रतिशत बढ़कर 17,31,371 करोड़ रुपए रहा. खुदरा, कृषि और एमएसएमई (RAM) सेगमेंट में भी बीओएम ने प्रतिशत के लिहाज से सबसे ऊंची वृद्धि दर्ज की. आरएएम सेगमेंट में बैंक की वृद्धि 18.65 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 80,669 करोड़ रुपए रही. वित्त वर्ष के दौरान बैंक की नॉन-परफॉर्मिंग एसेट्स (NPA) घटकर 3.94 प्रतिशत रह गईं. मार्च, 2021 के अंत तक यह 7.23 प्रतिशत थीं. वहीं बैंक का नेट एनपीए भी 2.48 प्रतिशत से घटकर 0.97 प्रतिशत रह गया.