Axis Bank-Max Life Deal में बैंक को क्यों पहुंचाया गया फायदा? SEBI ने कारण बताओ नोटिस में पूछा अहम सवाल
Axis Bank-Max Life Deal: SEBI ने Axis Bank और इसकी सहायक कंपनियों को Max Life Insurance में हिस्सेदारी खरीद के मामले में कारण बताओ नोटिस जारी किया है. सूत्रों के हवाले से खबर है कि सेबी ने कारण बताओ नोटिस में प्राइसिंग, वैल्युएशन पर जवाब मांगा है.
Axis Bank-Max Life Deal: प्राइवेट बैंक Axis Bank और Max Life Insurance के शेयरों की खरीद को लेकर बैंक को सेबी के सवालों का सामना करना पड़ रहा है. सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) ने Axis Bank और इसकी सहायक कंपनियों को Max Life Insurance में हिस्सेदारी खरीद के मामले में कारण बताओ नोटिस जारी किया है. सूत्रों के हवाले से खबर है कि सेबी ने कारण बताओ नोटिस में प्राइसिंग, वैल्युएशन पर जवाब मांगा है. लीगल सूत्रों के मुताबिक डील की प्राइसिंग, वैल्युएशन पर सवाल किए गए हैं.
एक्सिस-मैक्स डील पर सेबी की जांच में कंपनी को कारण बताओ नोटिस भेजा गया था, जिसमें फेयर मार्केट वैल्यू न होने पर सवाल उठाया गया है. मार्केट रेगुलेटर ने पूछा कि 10-11 दिन के भीतर हुए खरीद बिक्री के भाव में इतना अंतर कैसे आया? और मैक्स फाइनेंशियल के शेयरहोल्डर्स के हित में डील कैसे मानी जाए? सेबी ने पूछा है कि डील में एक्सिस बैंक और ग्रुप को फायदा क्यों पहुंचाया गया? बता दें कि सेबी की जांच बीते 2 साल से जारी थी, अब जांच के बाद नोटिस भेजा गया है. IRDAI ने डील में प्राइसिंग को लेकर सेबी, RBI को 1 नवंबर 2022 को अलर्ट किया था. IRDAI निर्देश के बाद जनवरी 2023 के बाद डिस्काउंटेड कैश फ्लो मेथड से फेयर मार्केट प्राइस निकाला. पहले इनकम टैक्स रूल के हिसाब से वैल्युएशन निकाला गया था
एक्सिस बैंक ने ज़ी बिजनेस के ई-मेल का जवाब नहीं दिया है. कंपनी ने एक्सचेंज फाइलिंग में कहा है कि शो कॉज़ नोटिस के कंटेंट की समीक्षा कर रहे हैं और शो कॉज़ नोटिस का जवाब देंगे. उनका कहना है कि डील रेगुलेटरी मंजूरी के बाद हुई थी.
मैक्स लाइफ डील में क्या हैं आरोप
TRENDING NOW
FD पर Tax नहीं लगने देते हैं ये 2 फॉर्म! निवेश किया है तो समझ लें इनको कब और कैसे करते हैं इस्तेमाल
8th Pay Commission: केंद्रीय कर्मचारियों के लिए ताजा अपडेट, खुद सरकार की तरफ से आया ये पैगाम! जानिए क्या मिला इशारा
-15-16 मार्च 2021: एक्सिस ने 0.99%,166 रु भाव पर बेचा था
-26-मार्च 2021: एक्सिस ने 31.51 रु भाव में 12% शेयर वापस खरीदा
-6 अप्रैल 2021: एक्सिस ने 9% हिस्सा, 32.12 रु भाव में खरीदा
-आरोप कि मैक्स लाइफ शेयरहोल्डर्स को नुकसान, एक्सिस को लाभ
-आरोप कि डील से करीब 4,000 करोड़ रुपये का एक्सिस को अवैध लाभ
-IRDAI को भी डील में गुमराह करने का आरोप था, पेनाल्टी भी लगी
-28 जनवरी 2021 का IRDAI का फेयर मार्केट वैल्यू पर निर्देश था
-लेकिन IRDAI के निर्देशों पर अमल नहीं किया, मनमानी डील की
-IRDAI ने मैक्स लाइफ पर 3 Cr, एक्सिस बैंक पर 2 Cr रु पेनाल्टी लगाई थी
क्या है पूरा मामला?
डील के Fair Market Value के नियम का उल्लंघन का मामला था. 15-16 मार्च 2021 के बीच बैंक ने MFSL को 166/शेयर पर शेयर बेचे. 10-11 दिन बाद Axis ग्रुप की अन्य एंटीटीज़ ने 31-32 /शेयर पर शेयर खरीदे. IRDAI ने अक्टूबर 2022 मे Axis Bank पर जुर्माना भी लगाया. Axis Bank-Max Life Insurance deal तब से ही जांच के घेरे में है.
इस साल की शुरुआत में, Axis Bank के बोर्ड ने Max Life Insurance के शेयर खरीदने के प्रस्ताव को मंजूरी दी थी, जिसके तहत Axis समूह की कुल हिस्सेदारी 19.02 प्रतिशत से बढ़कर 19.99 प्रतिशत हो गई. भारतीय बीमा नियामक और विकास प्राधिकरण (IRDAI) ने Axis Bank और इसकी सहायक कंपनियों को Max Life Insurance में 20 प्रतिशत तक हिस्सेदारी रखने की मंजूरी दी थी.
यह हिस्सेदारी 2021 में Axis Bank और Max Life Insurance के बीच हुई डील का हिस्सा थी. पिछले साल, Axis Bank ने Max Financial Services के साथ एक संशोधित समझौता किया था, जिसके तहत कंपनी Max Life Insurance में 7 प्रतिशत अतिरिक्त हिस्सेदारी हासिल करेगी. यह समझौता IRDAI की ओर से अक्टूबर, 2022 में जारी दिशानिर्देशों के अनुसार किया गया था.
02:09 PM IST