अब बाजार में बिकेगा ऑस्ट्रेलियाई अखरोट, पहली खेप भारत पहुंची
ऑस्ट्रेलिया के कृषि मंत्री डेविट लिटिलप्राउड ने कहा कि दोनों देशों ने 6 फरवरी को बाजार का रास्ता देने के लिए समझौते पर हस्ताक्षर किए.
ऑस्ट्रेलिया और भारत के बीच बाजार उदारीकरण के एक समझौते के तहत ऑस्ट्रेलियाई अखरोट का भारत में आयात किया जा सकेगा. ऑस्ट्रेलिया के कृषि मंत्री डेविट लिटिलप्राउड ने कहा कि दोनों देशों ने 6 फरवरी को बाजार का रास्ता देने के लिए समझौते पर हस्ताक्षर किए. भारतीय एजेंसियों द्वारा आयात शर्तों को आधिकारिक रूप से जारी करने के बाद व्यापार औपचारिक तौर पर शुरू हो जाएगा.
उन्होंने कहा कि आधिकारिक तौर पर व्यापार के रास्ते खुलने से पहले ऑस्ट्रेलियाई अखरोट की 10 खेप भारत भेजी जाएगी. यह परीक्षण के तौर पर होगा.
लिटिलप्राउड ने पिछले हफ्ते कहा, "हम अपने भारतीय मित्रों के साथ समझौता करने में सफल रहे और इस मतलब है कि हमारे अखरोट उत्पादक अपने स्वच्छ, हरित उत्पाद भारत को निर्यात कर सकते हैं."
उन्होंने कहा कि भारत में करीब 1.4 अरब लोग रहते हैं, जो कि ऑस्ट्रेलिया में रहने वालों लोगों की संख्या से 50 गुना अधिक है. इस लिहाज से भारत पहुंच बढ़ाने की दृष्टि से काफी बड़ा बाजार है.
कृषि मंत्री ने कहा कि ऑस्ट्रेलियाई अखरोट के लिए भी भारत बड़ा निर्यात बाजार है और दूसरे नटस के लिए यह बड़ा बाजार है. हमने 2017-18 में दुनिया भर में 2.25 करोड़ डॉलर से अधिक का अखरोट निर्यात किया. ऑस्ट्रेलिया के कृषि जिंसो का भारत में निर्यात 2013 से 329 प्रतिशत बढ़ा है और 2017 में 2.6 अरब डॉलर का हो गया.