टेलीकॉम बाजार की प्राइस वार से भारती Airtel को बड़ा नुकसान, मुनाफा घटा
एयरटेल ने कहा है कि चालू वित्त वर्ष की सितंबर में समाप्त दूसरी तिमाही में उसका एकीकृत शुद्ध मुनाफा 65.4 प्रतिशत गिरकर 118.8 करोड़ रुपये रह गया.
दूरसंचार कंपनी भारती एयरटेल ने कहा है कि चालू वित्त वर्ष की सितंबर में समाप्त दूसरी तिमाही में उसका एकीकृत शुद्ध मुनाफा 65.4 प्रतिशत गिरकर 118.8 करोड़ रुपये रह गया. इसकी वजह आक्रामक प्रतिस्पर्धा से भारतीय परिचालन पर कीमतों का दबाव बढ़ना है. कंपनी ने जारी बयान में कहा कि पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में उसे 343 करोड़ रुपये का शुद्ध एकीकृत मुनाफा हुआ था.
आलोच्य तिमाही के दौरान कंपनी का कुल राजस्व पिछले वित्त वर्ष के 21,777 करोड़ रुपये से 6.2 प्रतिशत कम होकर 20,422 करोड़ रुपये पर आ गया. इस दौरान कंपनी के भारतीय परिचालन का राजस्व 3.6 प्रतिशत कम हुआ जबकि अफ्रीका में राजस्व 10.8 प्रतिशत बढ़ गया.
कंपनी ने बयान में कहा, 'भारतीय परिचालन से प्राप्त राजस्व सालाना आधार पर 3.6 प्रतिशत गिरकर 14,920 करोड़ रुपये रह गया. मोबाइल कारोबार से प्राप्त राजस्व में इस दौरान 7.2 प्रतिशत की गिरावट आयी.'
कंपनी के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी (भारत एवं दक्षिण्ण अफ्रीका) गोपाल विट्टल ने कहा कि इस तिमाही में प्रति उपभोक्ता औसत राजस्व में गिरावट कुछ कम हुई है. इस दौरान सरलीकृत मूल्य प्रणाली तथा सामग्री भागीदारी के जरिये गुणवत्ता वाले उपभोक्ताओं पर ध्यान देना रहा है.
उन्होंने कहा कि हम अपने उपभोक्ताओं के लिए पेशकश में मूल्यवर्धन करने के साथ ही गुणवत्ता आधारित वृद्धि पर केंद्रित रहे. हम विस्तृत क्षमताओं में निवेश के लिए भी प्रतिबद्ध बने रहे और तिमाही के दौरान 27 हजार से अधिक ब्राडबैंड केंद्रों की शुरुआत की जिससे मोबाइल डेटा की खपत में सालाना आधार पर 239 प्रतिशत वृद्धि हुई.
कंपनी ने कहा कि मोबाइल डेटा तथा वॉयस ट्रैफिक में इस दौरान क्रमश: 225 प्रतिशत और 55 प्रतिशत वृद्धि हुई. इस दौरान कंपनी के कुल उपभोक्ताओं की संख्या 16 देशों में 44.5 करोड़ पर पहुंच गयी जो पिछले साल की तुलना में 15 प्रतिशत अधिक है. कंपनी ने कहा कि दूरसंचार कारोबार को छोड़ भारत में अन्य क्षेत्रों में अच्छी वृद्धि देखने को मिली है.
आलोच्य अवधि में कंपनी का कुल कर्ज पिछली तिमाही के 1,02,902.8 करोड़ रुपये से बढ़कर 1,13,204 करोड़ रुपये पर पहुंच गया. उसने कहा कि 4जी उपभोक्ताओं की संख्या सालाना आधार पर 283 लाख से 132 प्रतिशत बढ़कर 657 लाख पर पहुंच गई.
कंपनी के निदेशक मंडल ने वित्त वर्ष 2018-19 के लिए शेयरधारकों को पांच रुपये अंकित मूल्य के प्रति शेयर पर ढाई रुपये का लाभांश देने की घोषणा की.
इनपुट एजेंसी से