Auto Sweep Facility: अपने बैंक अकाउंट पर कमाएं ज्यादा ब्याज, आज ही चालू करें ये सर्विस और उठाएं फायदा
बैंक सेविंग्स या करंट अकाउंट पर ग्राहकों को एक फैसिलिटी देते हैं, जिसका नाम है- ऑटो स्वीप. Auto Sweep Facility के जरिए आप अपने सेविंग्स अकाउंट के सरप्लस फंड पर और ब्याज कमा सकते हैं.
Representative Image.
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Auto Sweep Facility: क्या आप जानते हैं कि आप अपने सेविंग्स अकाउंट पर ज्यादा ब्याज का फायदा (savings account interest rate) कमा सकते हैं? आपका बैंक आपको ऐसी एक सुविधा देता है, लेकिन शायद आपको इसके बारे में न पता हो. हम आपको यहां एक सर्विस Auto Sweep Facility के बारे में बता रहे हैं, जिसके जरिए आप अपने सेविंग्स अकाउंट के सरप्लस फंड पर और ज्यादा ब्याज कमा सकते हैं. दरअसल, बैंक सेविंग्स या करंट अकाउंट पर ग्राहकों को एक फैसिलिटी देते हैं, जिसका नाम है- ऑटो स्वीप. इसका फायदा लेने के लिए आपको यह सर्विस इनेबल करानी होती है.
क्या है ऑटो-स्वीप फैसिलिटी और यह कैसे काम करती है?
यह एक ऑटोमेटेड फीचर है, जो आपके सेविंग्स या करंट अकाउंट को आपके फिक्स्ड डिपॉजिट अकाउंट से लिंक कर देती है. इससे आपके सेविंग्स अकाउंट में अगर सरप्लस अमाउंट है तो वो अपने आप आपके एफडी अकाउंट में मूव हो जाता है. इसके लिए आपको फंड की एक लिमिट तय करनी होती है. यानि कि आपको यह सर्विस इनेबल करते वक्त बैंक को बताना होगा कि आपके अकाउंट में कितने अमाउंट के बाद बाकी पैसा एफडी अकाउंट में ट्रांसफर हो जाए.
जब भी आपके बैंक अकाउंट में उस लिमिट से ज्यादा रकम होगी, सरप्लस अमाउंट एफडी में चला जाएगा, जिसपर आपको इंटरेस्ट मिलेगा. वहीं, अगर कहीं सेविंग्स अकाउंट में रकम लिमिट से नीचे आ जाती है, तो आपके एफडी अकाउंट से उतनी रकम वापस बैंक अकाउंट में आ जाएगी. इसे रिवर्स स्वीप कहते हैं. इससे आपके बैंक अकाउंट में आपकी खुद की तय की गई फंड की लिमिट मेंटेन होती रहती है और सरप्लस अमाउंट एफडी से इंटरेस्ट देता रहता है.
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फंड के एफडी अकाउंट में मूव होने को Sweep Out कहते हैं, वहीं फंड के वापस बैंक अकाउंट में आने को Sweep In कहते हैं.
क्या-क्या हैं ऑटो स्वीप फैसिलिटी चुनने के फायदे
बस एक बार चालू करिए और चिंता खत्म
ऑटो-स्वीप एफडी में आपको एक फायदा यह होता है कि आपको इस सर्विस के लिए बस एक बार परमिशन देनी होती है और फिर आपका बैंक अकाउंट अपने आप इस पूरे प्रोसेस को मेंटेन करता है, वहीं, जो सामान्य एफडी अकाउंट होते हैं, उसमें आपको सरप्लस अमाउंट जमा करने के लिए हर बार रिक्वेस्ट रेज़ करनी होती है. और कई वजहों से ऐसा जरूरी नहीं है कि आप हर बार फंड जमा कर लें. इसलिए यह फैसिलिटी ऑप्ट करके आप फायदे में रहते हैं.
ज्यादा ब्याज का फायदा
इस सुविधा के तहत एक बड़ा फायदा ज्यादा ब्याज का है. आप अपने सेविंग्स अकाउंट में पड़े फंड को एफडी अकाउंट में ट्रांसफर करके उसपर एफडी इंटरेस्ट रेट कलेक्ट कर सकते हैं. इसमें आपको कितना फायदा होगा यह चेक करने के लिए आपको इंटरेस्ट रेट कैलकुलेटर का सहारा लेना होगा.
काफी फ्लेक्सिबल है सबकुछ
बैंक इस सर्विस के तहत आपको काफी फ्लेक्सिबिलिटी देती है. इसमें आप अपनी सुविधा के मुताबिक, डिपॉजिट पीरियड और अमाउंट फंड की लिमिट तय कर सकते हैं.
लिक्विडिटी बनी रहेगी
स्वीप-आउट और स्वीप-इन फैसिलिटी के चलते आपको फंड की कमी नहीं होती. मान लीजिए कि आपको इमरजेंसी में कोई जरूरत पड़ी या फिर ईएमआई भरने के लिए आपके पास पर्याप्त फंड नहीं है तो स्वीप-इन इनेबल होने के चलते आपके एफडी अकाउंट से पैसे बैंक अकाउंट में आ सकते हैं, इससे आप अपनी जरूरतें पूरी कर सकते हैं.
कैसे चालू होगी यह सर्विस?
बैंक अपने कस्टमर्स को यह सर्विस प्रोवाइड कराने के लिए अलग-अलग मीडियम देते हैं. हम यहां SBI के ग्राहकों के लिए यह फैसिलिटी चालू कराने के मेथड बता रहे हैं. एसबीआई ग्राहक इसे इंटरनेट बैंकिंग और YONO ऐप के जरिए चालू कर सकते हैं.
इंटरनेट बैंकिंग के लिए स्टेप-बाई-स्टेप प्रोसेस ऐसे हैं-
- इंटरनेट बैंकिंग पर साइन इन करके मेनू से फिक्स्ड डिपॉजिट ऑप्शन पर जाएं.
- ड्रॉप डाउन मेनू से "More" ऑप्शन पर क्लिक करने से ऑटो स्वीप फैसिलिटी पेज खुलेगा. यहां इसके लिंक पर क्लिक करें.
- इसके बाद यह फीचर जिस अकाउंट में चाहिए, उसे चुनें और अपना अमाउंट फिक्स करें. यहां आपको डिपॉजिट का टाइम फ्रेम भी चुनना होगा.
- इसके बाद OK पर क्लिक करके इसे सबमिट कर दें. आपको यहां पर OTP डालनी होगी या फिर ट्रांजैक्शन पिन/पासवर्ड डालना होगा. आपका बैंक अगले कुछ वर्किंग डेज़ में यह सर्विस इनेबल कर देगा.
YONO ऐप पर यह फीचर कैसे करेंगे इनेबल
- मोबाइल ऐप पर जाएं और मेनू से "e-fixed deposit" का ऑप्शन खोलें.
- यहां मेनू से मल्टी ऑप्शन डिपॉजिट का ऑप्शन चुनें और जिस अकाउंट में फीचर इनेबल कराना हो, उसे सेलेक्ट करें.
- सबमिट करें. इसके बाद आपसे OTP या फिर ट्रांजैक्शन पिन/पासवर्ड डालने को कहा जाएगा. बैंक की ओर से प्रोसेस पूरा होने पर आपके अकाउंट में यह फीचर इनेबल हो जाएगा.
12:45 PM IST