भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास (Shaktikanta Das) ने मंगलवार को सार्वजनिक और निजी क्षेत्र के बैंकों के प्रमुखों से कहा कि मौजूदा प्रतिकूल वैश्विक परिस्थितियों के कारण बैंकों को अतिरिक्त सतर्क रहने की जरूरत है. उनकी चेतावनी मुंबई में सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के प्रमुखों के साथ एक बैठक के दौरान आई, जहां चुनिंदा निजी क्षेत्र के बैंकों के प्रमुख भी मौजूद थे. बैठक में आरबीआई के डिप्टी गवर्नर एम. राजेश्वर राव और जे. स्वामीनाथन के साथ केंद्रीय बैंक के कुछ वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल हुए.

बैंकों को सावधान रहने की जरूरत

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दास ने बैठक के दौरान कहा कि प्रतिकूल वैश्विक परिस्थितियों के बावजूद बैंकों का प्रदर्शन अच्छा रहा है, लेकिन उन्हें अतिरिक्त सावधान और सतर्क रहने की जरूरत है. उन्होंने बैंकों के प्रमुखों को बैंकों में प्रशासन को मजबूत करने और अनुपालन, जोखिम प्रबंधन और ऑडिट कार्यों से युक्त बैंकिंग स्थिरता के तिपाई पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता पर भी जोर दिया.

किन मुद्दों पर हुई चर्चा

दास ने बैठक के दौरान बैंकों के साथ क्रेडिट अंडरराइटिंग मानकों को मजबूत करने, बड़े एक्सपोज़र की निगरानी, ​​बाहरी बेंचमार्क लिंक्ड रेट (ईबीएलआर) दिशानिर्देशों का कार्यान्वयन, आईटी सुरक्षा और आईटी प्रशासन को मजबूत करना, बट्टे खाते में डाले गए खातों से वसूली में सुधार, और क्रेडिट जानकारी के साथ समय पर और सटीक जानकारी साझा करने से संबंधित मुद्दे कंपनियों पर भी चर्चा की गई.

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