पंजाब और सिंध बैंक का लोन भी होगा महंगा, आज से लागू होगी नई ब्याज दरें
Punjab and Sindh Bank MCLR Hiked: आरबीआई द्वारा रेपो रेट बढ़ने के बा पंजाब और सिंध ने MCLR की दरें बढ़ा दी है. इसका असर सीधा होम लोन और दूसरे कर्ज पर पड़ेगा. जानिए कितना बढ़ी दरें.
Punjab and Sindh Bank MCLR Hiked. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) द्वारा रेपो रेट 25 बेसिस प्वाइंट बढ़ाने के बाद बैंकों ने ब्याज दर बढ़ानी शुरू कर दी है. पंजाब और सिंध बैंक में मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड बेस्ड लेंडिंग रेट सिस्टम यानी MCLR की दरें बढ़ा दी हैं. नई दरें आज (16 फरवरी 2023) से लागू होंगी. आपको बता दें कि साल 2016 से आरबीआई ने एमसीएलआर की शुरुआत की थी. एमसीएलआर की दरें बढ़ने से आम आदमी की जेब ज्यादा ढीली होगी. इससे होम लोन जैसे कंज्यूयमर लोन महंगे हो जाएंगे.
इतनी बढ़ी MCLR दरें
पंजाब एंड सिंध ने ओवरनाइट एमसीएलआर दर को 7.50, एक महीने के एमसीएलआर को 7.60 कर दिया है. तीन महीने के लिए एमसीएलआर को 8.10 और छह महीने के एमसीएलआर को 8.25 फीसदी कर दिया है. एक साल का एमसीएलआर 8.50 फीसदी हो गया है. गौरतलब है कि आरबीआई ने अपनी मौद्रिक समीक्षा में छठी बार रेपो रेट को बढ़ाया है. फिलहाल रेपो रेट 6.50 फीसदी हो गई है. दुनियाभर में बढ़ती महंगाई का असर भारत पर भी पड़ा है. इस पर काबू पाने के लिए आरबीआई को ये कड़ा कदम उठाना पड़ा.
क्या होता है MCLR
एमसीएलआर के आधार पर बैंक होम लोन, क्रेडिट पर ब्याज दर निर्धारित करते हैं. इससे पहले बैंक बेस रेट पर लोन की ब्याज दरें तय करते थे. साल 2016 में भारतीय रिजर्व बैंक ने ये नई पद्धति विकसित की थी. इसे फ्लोटिंग ब्याज दर भी कहा जाता है. एमसीएलआर की गणना फंड की मार्जिन कॉस्ट, टर्म प्रीमियम, ऑपरेटिंग एक्सपेंसेस और सीआरआर पर आधारित होता है. एमसीएलआर से कम ब्याज दर पर बैंक लोन नहीं दे सकते हैं. बैंकों की ऋण व्यवस्था को पारदर्शी बनाने के लिए एमसीएलआर को लागू किया है.
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SBI ने बढ़ाई थी दरें
गौरतलब है कि पंजाब एंड सिंध बैंक से पहले स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने एमसीएलआर में 10 बेसिस प्वाइंट बढ़ोतरी की थी. एसबीआई ने ओवरनाइट एमसीएलआर दर को 7.95 फीसदी, 1 महीने के लिए एमसीएलआर दर 8.10 फीसदी और 3 महीने के लिए एमसीएलआर दर 8.10 फीसदी किया था. एसबीआई ने छह महीने के लिए 8.40 फीसदी, एक साल के लिए 8.50 फीसदी, दो साल के लिए 8.60 फीसदी और तीन साल के लिए 8.70 फीसदी किया था. नई दरें 15 फरवरी 2023 से लागू हो गई थी.