पब्लिक सेक्टर के बैंकों (PSB) और वित्तीय संस्थानों ने एक महीने तक एक खास अभियान चलाया. इस विशेष अभियान के दौरान इन दफ्तरों में फैले कबाड़ का निपटारा (Scrap Disposal) किया गया. बैंकों और वित्तीय संस्थानों को ये कबाड़ बेचकर करीब 4.5 करोड़ रुपये की कमाई हुई है. बता दें कि लंबित मामलों की संख्या में कटौती करने और स्वच्छता को संस्थागत बनाने पर विशेष ध्यान देते हुए यह अभियान चलाया गया था. इसकी शुरुआत 2 अक्टूबर यानी गांधी जयंती से शुरू हुआ था और 31 अक्टूबर तक चला. 

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वित्त मंत्रालय के वित्तीय सेवाएं विभाग (डीएफएस) की अगुवाई में इस अभियान का आयोजन किया गया था. इस अभियान में पीएसबी, सार्वजनिक क्षेत्र की बीमा कंपनियों और नाबार्ड, सिडबी, एक्जिम बैंक, एनएचबी, आईआईएफसीएल जैसे अन्य सार्वजनिक वित्तीय संस्थान शामिल हुए. इस अभियान की शुरुआत करते वक्त किसी ने सोचा भी नहीं था कि इसकी वजह से उन्हें मोटी कमाई भी हो सकती है.

11.79 लाख वर्ग फीट जगह खाली हुई

एक आधिकारिक बयान के मुताबिक, इस अभियान में डीएफएस ने सभी चिन्हित लोक शिकायतों, लोक अपीलों, पीएमओ संदर्भों और सांसदों के संदर्भों का 100 प्रतिशत समाधान किया. वहीं इस अभियान के दौरान करीब 11.79 लाख वर्ग फीट जगह खाली हुई, जहां पहले कबाड़ फैला रहा करता था. वहीं उस कबाड़ को बेचकर तमाम इकाइयों की करीब 4.50 करोड़ रुपये की कमाई हुई. 

38,500 से अधिक स्थानों पर चला ये अभियान

यह अभियान देश भर में 38,500 से अधिक स्थानों पर संचालित किया गया. बयान के अनुसार सार्वजनिक क्षेत्र के 12 बैंकों और 43 क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों ने पेंशन शिकायत सप्ताह का आयोजन भी किया. अभियान के दौरान तमाम बैंक और फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशन साफ-सफाई करने की तस्वीरें भी डालते रहे.