NPCI ने लोगों को किया सावधान! UPI करते समय ठग ऐसे लगाते हैं निशाना, जानिए बचने के आसान तरीके
How UPI Works: यूपीआई पेमेंट (UPI Payment) करने वाले यूजर्स लगातार ठगी का शिकार हो रहे हैं. इसके चलते NPCI ने अलर्ट जारी किया है. उन्होंने बताया कि अकाउंट में पैसे रिसीव करने के लिए कभी भी UPI PIN डालने की जरूरत नहीं पड़ती है.
How UPI Works: देश में बढ़ रही ऑनलाइन ठगी से लोग काफी परेशान हो गए हैं. कई लोग ऐसे हैं जो ऑनलाइन ट्रांजैक्शन (Online Transaction) करते वक्त ठगी का शिकार हुए हैं. अक्सर UPI के जरिए ही ट्रांजैक्शन का लेन-देन कर रहे हैं. इस बीच ही कई शातिर ठग बैठे हैं, तो UPI का इस्तेमाल करके ही लोगों के साथ फ्रॉड कर रहे हैं. कुछ लोग लॉटरी के नाम से फोन करते हैं, तो कुछ कंपनी का नाम लेते हैं. इसी के चलते NPCI (एनपीसीआई) ने एक चेतावनी जारी की है. उन्होंने बताया कि अकाउंट में पैसे रिसीव करने के लिए कभी भी UPI PIN डालने की जरूरत नहीं पड़ती है. वहीं UPI के जरिए या तो पेमेंट होती है या फिर अकाउंट से किसी को पैसे भेजने होते हैं. आइए जानते हैं कैसे करें फ्रॉड से अपना बचाव.
QR Code के जरिए हो सकता है फ्रॉड
फ्रॉड से बचाव के कई तरीके हैं. सबसे पहली बात ध्यान रहे किसी को भी पेमेंट करते वक्त कभी भी QR Code स्कैन न करें. साथ ही किसी के साथ अपने UPI Wallet के पिन, कार्ड डिटेल्स जैसे पिन, वन टाइम पासवर्ड (OTP), CVV, एक्सपायरी डेट, ग्रिड वैल्यू, कार्ड का टाइप (वीजा, मास्टरकार्ड, रूपे) शेयर न करें.
Zee Business Hindi Live TV यहां देखें
UPI कैसे करता है काम?
- UPI की सर्विस का फायदा उठाने के लिए आपको एक वर्चुअल पेमेंट एड्रेस तैयार करना पड़ता है.
- इसे आपको अपने बैंक अकाउंट से लिंक करना होता है.
- इसके बाद Virtual Payment Adress आपका फाइनेंशियल एड्रेस बन जाता है.
- इस प्रोसेस को पूरा करने के बाद आपको बैंक अकाउंट नंबर, बैंक का नाम या IFSC कोड याद रखने की जरूरत नहीं पड़ती.
- पेमेंट करने वाले को बस आपके मोबाइल नंबर के हिसाब से पेमेंट रिक्वेस्ट प्रोसेस करना होता है.
- इस बाद पेमेंट आपके बैंक अकाउंट में आ जाती है.
कैसे कर सकते हैं इस्तेमाल?
UPI सर्विस का इस्तेमाल करने के लिए आपके पास बैंक का सेविंग्स अकाउंट होना चाहिए. SBI, HDFC, ICICI बैंक के अलावा कई ऐसे बैंक्स हैं, जो ये सर्विस देते हैं. इसका इस्तेमाल करने के लिए आपको UPI सुविधा देने वाले ऐप्स को डाउनलोड करना होगा. ये सुविधाएं पेटीएम, फोनपे, गूगलपे, ऐमजॉन पे, भीम जैसे कई ऐप्स देते हैं. ध्यान रहें, इस सुविधा का फायदा उठाने के लिए आपके बैंक अकाउंट से आपका मोबाइल नंबर जरूर लिंक होना चाहिए. वो इसलिए क्योंकि वेरिफिकेशन के लिए OTP आपके रजिस्टर्ड नंबर पर ही आता है.