यदि आप भारतीय स्टेट बैंक (SBI) के ग्राहक हैं तो आपके लिए यह जानकारी बेहद महत्वूपूर्ण है. दरअसल SBI ने अपने डिपॉजिट और लोन की ब्याज दरें RBI की बेंचमार्क दर से जोड़ दिया हैं. इस नई व्यवस्था से बैंक के सेविंग खातों पर मिलने वाले ब्याज पर असर पड़ेगा. मई महीने से SBI में बचत खाते पर मिलने वाले ब्याज के नियम भी बदल जाएंगे. बैंक की ओर से ब्याज निर्धारित करने की नई व्यवस्था के तहत 1 लाख रुपये से ज्यादा के जमा और लोन की ब्याज दरों को रेपो रेट से जोड़ा गया है. अब आरबीआई के रेपो रेट में बदलाव होने पर बैंक की जमा और लोन की दरों पर भी असर होगा. नई व्यवस्था के तहत एक मई से ग्राहकों को पहले की तुलना में बचत खाते पर कम ब्याज मिलेगा.

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जानिए कितना मिलेगा ब्याज

SBI के ग्राहकों को 01 मई 2019 से सेविंग खाते पर अब 1 लाख रुपए तक रखने पर अब 3.5 फीसदी की ब्याज मिलेगा. खाते में एक लाख रुपये से अधिक की रकम रहने पर बचत खाते पर 3.25 फीसदी ब्याज मिलेगा.

SBI ने की ये नई व्यवस्था

गौरतलब है कि SBI ने 1 लाख से अधिक राशि के सभी कैश क्रेडिट और ओवरड्राफ्ट अकाउंट को रेपो रेट से जोड़ दिया है. RBI की ओर से हाल ही में ब्याज दरों में 0.25 फीसदी की कटौती की गई थी इसी को देखते हुए बैंक ने ये नई व्यवस्था लागू की है.

ग्राहकों को मिलेगी राहत

SBI सहित कई बैंकों के ग्राहकों को शिकायत थी कि RBI की आरे से दरों में कमी किए जाने के बावजूद इन घटी दरों का लाभ ग्राहकों तक नहीं पहुंचता है. इस नई व्यवस्था से दरों में कमी का सीधी लाभ ग्राहकों तक पहुंचेगा. एक तरफ जहां उनकी कर्ज की दरों में कमी आएगी वहीं जमा पर मिलने वाली ब्याज दरों पर भी असर पड़ेगा.

छोटे ग्राहकों को होगा फायदा

SBI में 1 लाख रुपये से कम के लोन और जमा मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड्स बेस्ड लेंडिंग रेट (MCLR) से जुड़े रहेंगे. ऐसे में छोटे ग्राहक बाजार में हो रही उठापटक से बचे रहेंगे.

जानें किस आधार पर मिलेगा ब्याज

देश में सार्वजनिक क्षेत्र के सबसे बड़े बैंक SBI की ओर से की गई नई व्यवस्था के तहत 1 मई से एक लाख रुपये से ज्यादा के सभी सेविंग अकाउंट में और शॉर्ट-टर्म लोन RBI  के बेंचमार्क रेपो रेट से जोड़ दिए जाएंगे.

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पहली बार हुई ऐसी व्यवस्था

RBI का रेपो रेट फिलहाल 6 प्रतिशत के करीब है. रेपो रेट के आधार पर ही RBI बैंकों को लोन देता है. जिसके आधार पर बैंकों की पूंजी पर लागत घटती बढ़ती रहती है.वहीं बचत खाते की दरें रेपो रेट से लगभग 2.75 फीसदी कम रहेंगी. 1 लाख रुपये से ज्यादा के छोटी अवधि के लोन पर रेपो रेट से 2.25 फीसदी अधि‍क ब्याज होगा. गौरतलब है कि यह पहली बार है जब किसी बैंक ने इस तरह से बचत, छोटे कर्ज और जमा की दरों को सीधे रेपो रेट के साथ लिंक किया है.