सार्वजनिक क्षेत्र के इंडियन ओवरसीज बैंक ने दिसंबर तिमाही के लिए रिजल्ट (Indian Overseas Bank) का ऐलान किया है. तीसरी तिमाही में कंपनी का रिजल्ट (IOB Q3 Results)  शानदार रहा है. 8 फरवरी को रिजर्व बैंक ने लगातार छठी बार रेपो रेट बढ़ाया था. बैंक ने भी लेंडिंग रेट में बढ़ोतरी का ऐलान किया है. MCLR में 15 बेसिस प्वाइंट्स की बढ़ोतरी का ऐलान किया गया है. BSE की वेबसाइट पर उपलब्ध सूचना के मुताबिक, कंसोलिडेटेड आधार पर बैंक का ऑपरेटिंग प्रॉफिट 22.3 फीसदी उछाल के सात 454.1 करोड़ से बढ़कर 555.2 करोड़ रुपए रहा. नेट इंटरेस्ट इनकम यानी NII 44.5 फीसदी उछाल के साथ 1572.1 करोड़ से बढ़कर 2271.7 करोड़ रुपए रही.

ग्रॉस एनपीए में कमी आई है

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ग्रॉस एनपीए (Indian Overseas Bank Gross NPA)में कमी दर्ज की गई और यह तिमाही आधार पर 14726.4 करोड़ से घटकर 14333.2 करोड़ रहा. नेट एनपीए 4148.6 करोड़ से घटकर 4000.4 करोड़ रहा. फीसदी के आधार पर ग्रॉस एनपीए 8.53 फीसदी से घटकर 8.19 फीसदी पर आ गया. नेट एनपीए 2.56 फीसदी से घटकर 2.43 फीसदी पर आ  गया.

 

Indian Overseas Bank MCLR Revision

इंडियन ओवरसीज बैंक ने MCLR में 15 बेसिस प्वाइंट्स तक की बड़ी बढ़ोतरी की है. ओवरनाइट एमसीएलआर अब 7.70 फीसदी से बढ़कर 7.80 फीसदी हो गया है. एक महीने का एमसीएलआर 7.75 फीसदी से बढ़कर 7.90 फीसदी, तीन महीने का एमसीएलआर 8.05 फीसदी से बढ़कर 8.20 फीसदी, छह महीने का एमसीएलआर 8.20 फीसदी से बढ़कर 8.35 फीसदी, एक साल का एमसीएलआर 8.30 फीसदी से बढ़कर 8.45 फीसदी, दो साल का एमसीएलआर 8.40 फीसदी से बढ़कर 8.50 फीसदी और तीन साल का एमसीएलआर 8.45 फीसदी से बढ़कर 8.55 फीसदी हो गया है. नई दर 10 फरवरी से लागू होगी. 

EMI का बढ़ेगा बोझ

RPLR यानी रेपो लिंक्ड लेंडिंग रेट्स में भी बढ़ोतरी की गई है जो 8 फरवरी से ही लागू है. यह अब 9.35 फीसदी हो गया है. MCLR में बढ़ोतरी के कारण बैंक के होम लोन, कार लोन, पर्सनल लोन धारकों की हर महीने जाने वाली EMI बढ़ जाएगी. इसका असर वर्तमान लोन धारकों के अलावा नए लोन लेने वालों पर भी होगा.

 

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