सरकारी क्षेत्र के इंडियन ओवरसीज बैंक ने एक दिन और एक महीने की परिपक्वता अवधि को छोड़कर विभिन्न परिपक्वता अवधि वाले कर्ज पर कोष की सीमांत लागत आधारित दर (MCLR) में 0.10 प्रतिशत तक की कटौती की है. नई दरें रविवार (10 मार्च) से लागू हो गई हैं. बैंक ने कहा कि उसने एक वर्ष की अवधि वाले ऋण पर सीमांत लागत आधारित ब्याज दर में 0.10 प्रतिशत की कमी की है. यह दर अब 8.70 प्रतिशत है.

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इसके अलावा , बैंक ने दो और तीन साल के कर्ज के लिए एमसीएलआर में 0.10 प्रतिशत की कटौती करके क्रमश : 8.80 प्रतिशत और 8.90 प्रतिशत कर दिया है. छह महीने की अवधि के लिए एमसीएलआर को 8.60 प्रतिशत से घटाकर 8.50 प्रतिशत जबकि तीन महीने की अवधि के लिए एमसीएलआर को 8.50 प्रतिशत से घटाकर 8.45 प्रतिशत किया है.

आपको बता दें कि अब तक एसबीआई सहित कई बैंकों ने कर्ज सस्‍ते किए हैं. भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा रेपो रेटे में 25 आधार अंकों की कटौती किए जाने के बाद अभी तक कुछ ही बैंकों ने कर्ज सस्‍ते किए हैं. हालांकि, आरबीआई लगातार बैंकों पर यह दवाब बनाता आया है कि वह रेपो रेट घटाए जाने के बाद उसका फायदा कर्ज लेने वालों को दे.