रिजर्व बैंक (RBI) की ओर से निर्देश जारी किए गए थे कि सभी पेमेंट कंपनियां 15 अक्टूबर तक भारत में होने वाले लेनदेन का डाटा भारत में ही स्टोर करें. RBI के इन निर्देशों का देश में काम कर रही लगभग 80 फीसदी पेमेट कंपनियों ने पालन किया है. वहीं कुछ कंपनियों ने भारत में डाटा सेंटर बनने के लिए थोड़ा समय मांगा है. अंग्रेजी के अखबार इकोनॉमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार RBI निर्धारित समयावधि में भारत में डेटा सेंटर न बना पाने वाली कंपनियों पर जुर्माना लगाने से कुछ समय के लिए रहात दे सकती है.

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80 फीसदी कंपनियों ने बनाए अपने डाटा सेंटर

देश की 80 फीसदी पेमेंट कंपनियां जैसे ऐमेजॉन, अलीबाबा, वॉट्सऐप आदि ने देश में डेटा स्टोर करने के नियमों का पालन करते हुए स्थानीय तौर पर अपने डाटा सेंटर बना दिए हैं. वहीं बाकी बची कंपनियों ने RBI को यह रिपोर्ट तैयार कर के दी है कि वो कैसे और कब तक देश में अपना डाटा सेंटर लगा रहे हैं. देश में 78 में से सिर्फ 15 कंपनियों ने अब तक अपना डाटा सेंटर भारत में नहीं लगाया है.

15 कंपनियों ने मांगा समय

15 कंपनियों ने भारत में डाटा सेंटर बनाने के लिए समय मांगा है. इन कंपनियों में चार अंतरराष्ट्रीय कंपनियां जैसे अमेरिकन एक्सप्रेस, मास्टर कार्ड, पे पाल और वीजा हैं. इन कंपनियों ने भी जल्द ही भारत में अपना डेटा सेंटर लगाने की बात कही है. इन्होंने RBI को रोडमैन भी दिया है कि वो कब तक भारत में अपना डेटा सेंटर लगाएंगे. कुछ समय पहले तक कुछ कंपनियों ने RBI के इस नियम के विरोध में लॉबिंग करने की कोशिश की थी. लेकिन RBI के रुख को ध्यान में रखते हुए कंपनियों ने देश में डेटा सेंटर लगाना ही बेहतर समझा.