भारत सरकार की ओर से पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की याद में उनकी 95वीं जन्मतिथि से ठीक एक दिन पहले 100 रुपये का एक सिक्का लॉन्च किया है. सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद के एनेक्सी भवन में आयोजित समारोह में इस सिक्के को लॉन्च किया इस सिक्के में एक ओर पूर्व प्रधानमंत्री की तस्वीर है और दूसरी तरफ अशोक स्तंभ है. सिक्के के एक तरफ पूर्व प्रधानमंत्री का पूरा नाम देवनागरी और अंग्रेजी में लिखा गया है.

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तस्वीर के निचले हिस्से में वाजपेयी का जन्म वर्ष 1924 और देहांत का वर्ष 2018 अंकित किया गया है. इस सिक्के का वजन 35 ग्राम है. 35 ग्राम वाले इस सिक्के में 50 प्रतिशत चांदी, 40 प्रतिशत तांबा, पांच प्रतिशत निकिल और पांच प्रतिशत जस्ता है. यह पहली बार नहीं है कि भारत सरकार की ओर से 100 रुपये का सिक्का लॉन्च किया गया हो.

पिछले वर्ष तमिलनाडु के सुपरस्टार और पूर्व मुख्यमंत्री एमजी रामचंद्रन (एमजीआर) के जन्मशताब्दी के अवसर पर केंद्र सरकार ने 100 रुपये का सिक्का जारी किया था. वहीं भारत सरकार 75 रुपये से लेकर 1000 रुपये तक का सिक्का जारी कर चुकी है. ये सिक्के आम प्रचलन में नहीं होते हैं. सिक्कों को एकत्र करने वाले या आम लोग इन सिक्कों को रिजर्व बैंक से निर्धारित की गई कीमत पर मिलेते हैं.

पिछले वर्ष तमिलनाडु के सुपरस्टार और पूर्व मुख्यमंत्री एमजी रामचंद्रन (एमजीआर) के जन्मशताब्दी के अवसर पर केंद्र सरकार ने 100 रुपये का सिक्का जारी किया था. साल 2016 में महाराणा प्रताप की 476वीं जयंती पर भी 100 रुपये का सिक्का जारी किया गया था.

 2014 में जवाहरलाल नेहरू की और 2015 में सर्वपल्ली राधाकृष्णन और भीम राव अम्बेडकर की 125वीं जयंती के अवसर पर सरकार ने 125 रुपये के सिक्के जारी किए थे.

2010 से लेकर 2013 तक सरकार अलग-अलग अवसरों पर 150 रुपये के सिक्के जारी कर चुकी है. 2011 में रवींद्रनाथ टैगोर की 150वीं जयंती और कैग की स्थापना पर, 2012 में मोतीलाल नेहरू और मदन मोहन मालवीय की 150वीं जयंती पर और 2013 में स्वामी विवेकानंद की 150वीं जयंती पर ये सिक्के जारी किए गए थे.

RBI की स्थापना के प्लेटिनम जुबिली (75) पर भी 2010 में 75 रुपये के सिक्के जारी किए गए थे.

अब तक का सबसे महंगा सिक्का 1000 रुपये का था. इस सिक्के को तमिलनाडु के मशहूर और अति प्राचीन बृहदीश्वरा मंदिर के निर्माण के 1000 साल पूरे होने जारी किया गया था.