Flight ticket Components: फेस्टिव सीजन आते ही फ्लाइट टिकट की कीमतें आसमान छूने लगती है. दशहरा, दिवाली, छठ जैसे त्योहारों पर तो डिमांड बढ़ने के साथ ही फ्लाइट कीमतों के रेट और भी बढ़ जाते हैं. ऐसे में क्या आपने कभी सोचा है कि आपके फ्लाइट टिकट में एयरलाइन आपसे किन-किन चीजों का चार्ज वसूलते हैं. दरअसल, सोशल मीडिया पर एक यूजर ने बताया कि उसके फ्लाइट टिकट पर एयरलाइन कंपनी की तरफ से CUTE चार्ज वसूला है. जिसके बाद सोशल मीडिया पर बाकी यूजर्स ने इस CUTE चार्जेस को लेकर तरह-तरह के कमेंट्स करने लगें. लेकिन क्या आपको पता है कि आखिर ये CUTE चार्ज है क्या चीज? आइए जानते हैं कि आपके फ्लाइट टिकट पर एविएशन कंपनियां किस-किस तरह के चार्ज जुड़े होते हैं.

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आपको जानकर हैरानी होगी कि आपके एक फ्लाइट टिकट पर आपसे 7-8 अलग-अलग चीजों के चार्ज वसूले जाते हैं. जी हां, इसमें सर्विस चार्ज से लेकर सिक्योरिटी फीस तक शामिल होता है. आइए जानते हैं आपके एक फ्लाइट टिकट में आपसे किन-किन चीजों के चार्ज वसूले जाते हैं.

फ्लाइट टिकट में शामिल होते हैं ये चार्ज

एविएशन रेगुलेटर DGCA ने अपनी ऑफिशियल वेबसाइट पर बताया है कि आपके टिकट में क्या-क्या शामिल होता है. फ्लाइट टिकट पर लगने वाले चार्ज को बेसिकली चार भाग में बांटा जाता है, जो कि चार अलग-अलग डिपार्टमेंट में जाती है.  

  • एयरलाइन कंपोनेंट
  • एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया
  • एयरपोर्ट ऑपरेटर
  • सरकार

एयरलाइन कंपोमेंट

  • एयरलाइन कंपोनेंट में सबसे पहले फ्लाइट टिकट का बेसिक फेयर (Basic fare) आता है. 
  • इसके अलावा एयरलाइन इस कंपोनेंट में एयरलाइन फ्यूल चार्ज (Airline Fuel Charge) भी वसूलती है. 
  • CUTE फीस जिसे कॉमन यूजर टर्मिनल इक्विपमेंट फीस भी कहा जाता है, वो भी इस कंपोनेंट में आता है. इसमें एयरपोर्ट पर इस्तेमाल होने वाली मेटल डिटेक्टिंग मशीन, एस्केलेटर और दूसरे डिवाइस के लिए वसूला जाता है. इसे कभी-कभी पैसेंजर हैंडलिंग फीस भी कहा जाता है.
  • सुविधा शुल्क (Convenience Fee )- अगर आपने अपनी फ्लाइट टिकट की बुकिंग के लिए डेबिट या क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल किया है, तो ये चार्ज आपसे वसूला जाता है.

एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया

पैसेंजर सर्विस फीस (Passenger Service Fee)- ये चार्जेस पैसेंजर्स से एयरपोर्ट पर उनकी सिक्योरिटी के एवज में लिया जाता है. इसलिए इसे एविएशन सिक्योरिटी फीस भी कहा जाता है. हालांकि ये चार्जेस सभी एयरपोर्ट पर नहीं लिया जाता है. 

एयरपोर्ट ऑपरेटर

इस कंपोनेंट में एयरपोर्ट डेवलपमेंट फीस (Airport Development Fee) और यूजर डेवलपमेंट फीस (User Development Fee) फीस आता है. फ्लाइट टिकट में UDF एक बड़ा कंपोनेंट होता है, जिसमें पैसेंजर्स से एयरपोर्ट के डेवलपमेंट के लिए चार्ज वसूला जाता है. ये चार्ज भी इस बात पर निर्भर करता है कि आप किस एयरपोर्ट से ट्रैवल करते हैं. 

सरकार

सर्विस टैक्स (Service Tax)- फ्लाइट टिकट पर आपसे GST भी वसूला जाता है.