संकटग्रस्त स्पाइसजेट ने सभी लंबित वेतन और जीएसटी बकाया का भुगतान कर दिया है. कंपनी ने शुक्रवार को बताया कि उसने भविष्य निधि (पीएफ) का 10 महीने का बकाया भी जमा कर दिया है. कंपनी ने हाल ही में 3,000 करोड़ रुपये जुटाए हैं. एयरलाइन ने 23 सितंबर को पात्र संस्थागत नियोजन (क्यूआईपी) के आधार पर शेयर जारी कर 3,000 करोड़ रुपये जुटाने की घोषणा की. शुक्रवार को कंपनी के शेयर में चार फीसदी की गिरावट दर्ज हुई है.

विमान पट्टादाताओं के साथ किया समझौता, जीएसटी का किया भुगतान 

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स्पाइसजेट एयरलाइन के प्रवक्ता ने कहा कि नए कोष जुटाने के पहले सप्ताह के भीतर, कंपनी ने सभी लंबित वेतन और जीएसटी बकाया का भुगतान कर दिया है और पीएफ के 10 महीने के बकाया जमा करके महत्वपूर्ण प्रगति की है. उन्होंने बयान में कहा कि अन्य बकाया राशि के भुगतान की प्रक्रिया जारी है. इसके अलावा, एयरलाइन ने विभिन्न विमान पट्टादाताओं के साथ समझौता कर लिया है. स्पाइसजेट को वित्तीय समस्याओं और कानूनी परेशानियों सहित कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है. 

ELFC के साथ विवाद का किया निपटारा

कंपनी के बेड़े में विमानों की संख्या भी कम हो गई है. स्पाइसजेट ने इंजन लीज फाइनेंस कॉरपोरेशन (ELFC) के साथ अपने विवाद का निपटारा कर लिया है. स्पाइसजेट ने बयान में कहा, ELFC ने पहले 16.7 मिलियन डॉलर का दावा किया था. हालांकि अभी कंपनी अपने प्रारंभिक दावे से कम एक राशि पर समझौते को तैयार हो गई है. ELFC ने स्पाइसजेट के साथ कितनी राशि में ये समझौता किया है, इसका खुलासा नहीं हो पाया है.  

4.25 फीसदी तक टूटा शेयर, सालभर में दिया 77.37 फीसदी रिटर्न 

शुक्रवार को कारोबारी सत्र में स्पाइसजेट का शेयर  बीएसई पर 4.25 प्रतिशत या 2.79 अंक टूटकर 62.79 रुपये प्रति इक्विटी पर बंद हुआ. स्पाइसजेट का शेयर इस साल 3.55 फीसदी तक चढ़ चुका है. स्पाइसजेट का 52 वीक हाई 79.90 रुपए और 52 वीक लो 34 रुपए है. पिछले छह महीने में स्पाइसजेट के शेयर में 3.37% की गिरावट आ चुकी है. वहीं, पिछले एक साल में 77.37 फीसदी का रिटर्न दिया है. स्पाइसजेट का मार्केट कैप 8.05 हजार करोड़ रुपए है.