SpiceJet को NCLT ने दी बड़ी राहत, दिवाला कार्यवाही की याचिका हुई खारिज
SpiceJet Insolvency Case: NCLT ने एयरलाइन कंपनी स्पाइसजेट के खिलाफ दिवाला कार्यावाही को लेकर दायर याचिका खारिज कर दी.
SpiceJet Insolvency Case: राष्ट्रीय कंपनी विधि न्यायाधिकरण (NCLT) ने सोमवार को विमानन कंपनी स्पाइसजेट के खिलाफ दिवाला कार्यावाही को लेकर दायर याचिका खारिज कर दी. यह याचिका विमान पट्टे पर देने वाली कंपनी विलिस लीज फाइनेंस कॉरपोरेशन ने विमानन कंपनी पर बकाया का दावा करते हुए दायर की थी. स्पाइसजेट की तरफ से याचिका की स्वीकार्यता पर सवाल उठाने पर NCLT की दो सदस्यीय दिल्ली पीठ ने अमेरिकी कंपनी की याचिका खारिज कर दी.
विमानन कंपनी ने याचिका का विरोध करते हुए कहा कि विलिस लीज फाइनेंस कॉरपोरेशन ने मार्च, 2023 में उसी विवाद के लिए अपनी दिवाला याचिका वापस ले ली थी और एक नई याचिका के साथ फिर से आग्रह किया है.
NCLT ने याचिकाकर्ता से पूछा ये सवाल
NCLT पीठ ने इसी साल जुलाई में सुनवाई के दौरान विलिस लीज फाइनेंस कॉरपोरेशन से पूछा था कि उसने दिवाला और ऋण अक्षमता संहिता, 2016 के प्रावधानों के अनुसार स्पाइसजेट को नोटिस भेजे बिना कुछ महीनों के भीतर इसी तरह की कार्रवाई के लिए फिर से एक नई याचिका कैसे दायर की.
इन कंपनियों ने दायर की याचिका
स्पाइसजेट के खिलाफ विलिस लीज के अलावा विमान पट्टे पर देने वाली तीन और कंपनियों- एयरकेसल आयरलैंड लिमिटेड, विल्मिंग्टन और सेलेस्टियल एविएशन ने भी दिवाला याचिकाएं दायर की हैं.
NCLT ने सितंबर में एक सुनवाई के दौरान स्पाइसजेट को उसके खिलाफ दिवाला कार्यवाही शुरू करने की याचिका दायर करने वालीं विमान पट्टे पर देने वाली कंपनियों के साथ समझौता करने का सुझाव दिया था. स्पाइसजेट ने अपना बकाया चुकाने के लिए अगस्त में नौ विमान पट्टेदारों को 4.8 करोड़ से ज्यादा शेयर आवंटित किए थे.