कर्ज संकट में फंसी जेट ऐयरवेज की 51 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने के बाद एसबीआई के नेतृत्व वाले बैंक समूह ने नए मालिक की तलाश शुरू कर दी है. खरबों के अनुसार टाटा संस, इंडिगो के अलावा कई विदेशी एयरलाइंस कंपनियां जैसे एतिहाद, डेल्टा आदि भी इस दौड़ में शामिल हैं. जेट ऐयरवेज को खरीदने में इच्छुक कंपनियां 9 अप्रैल तक बोली लगाने के लिए आवेदन दे सकती हैं. वहीं 30 अप्रैल बोली लगाने की अंतिम समय सीमा होगी.

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जल्द नया निवेशक मिलने की उम्मीद

जेट ऐयरवेज को लेकर मंगलवार को हुई एक बैठक में एसीआई चेयरमैन रजनीश कुमार डीजीसीए के प्रमुख बीएस भुल्लर और नागर विमानन सचिव प्रदीप सिंह खरोला भी उपस्थित रहे. बैठक में जेट ऐयरवेज के सीईओ विनय दुबे ने कहा कि हमें उम्मीद है कि जल्द नया निवेशक मिल जाएगा.

जेट को पूरी क्षमता से चलाने के लिए 4500 करोड़ की जरूरत

जेट ऐयरवेज के अध्यक्ष नरेश गोयल के इस्तीफे के बाद बैंकों की ओर से जेट एयरवेज के 51 फीसदी शेयरों के लिए 1500 करोड़ रुपये दिए जाने के बाद जेट ऐयरवेज के भविष्य पर भी चर्चा हुई. भारतीय स्टेशन बैंक के एक अधिकारी के अनुसार जेट ऐयरवेज को पूरी क्षमता से चलाने कके लिए कम से कम 4500 करोड़ रुपये की जरूरत होगी.

संयुक्त उपक्रम के तहत लग सकती है बोली

जेट ऐयरवेज को खरीदने के लिए कई विदेशी कंपनियां प्रयास कर रही हैं. अमेरिका की डेल्टा एयरलाइंस जेट ऐयरवेज को खरीद कर दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ रहे विमानन बाजार में पैठ बनाने का प्रयास कर रही है. वहीं मध्य पूर्व की कतर एयरवेज और जेट में हिस्सेदारी वाली ऐतिहाद भी गोयल के जाने के बाद बोली लगा सकती है. विदेशी कंपनियां इस बात पर भी विचार कर रही हैं कि वे किसी भारतीय ऐयरलांस के साथ मिल कर जेट ऐयरवेज के लिए दावेदारी पेश करें.