Aviation News: केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने आज मुंबई में बन रहे नवी मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा का जायजा लिया. इस मौके पर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा, नवी मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा सिर्फ मुंबई या महाराष्ट्र के लिए एक बुनियादी ढांचा परियोजना नहीं है, बल्कि यह पूरे देश के लिए गौरव की परियोजना है. वह नवी मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के विकास का जायजा लेने के लिए आज नवी मुंबई में थे. इस अवसर पर मंत्री ने मीडिया को परियोजना की स्थिति के बारे में जानकारी दी.

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2018 में शुरू हुई थी परियोजना

इस मौके पर उड्डयन मंत्री ने कहा कि अठारह हजार करोड़ रुपये की इस परियोजना से मुंबई की कनेक्टिविटी को काफी फायदा होगा और इसे 5 चरणों में लागू किया जाएगा. भौतिक एवं वित्तीय प्रगति 55-60 प्रतिशत तक पूर्ण हो चुकी है. परियोजना 2018 में शुरू हुई और वाणिज्यिक परिचालन 31 मार्च 2025 तक शुरू होने की उम्मीद है. पहले और दूसरे चरण में एक रनवे, एक टर्मिनल और दो करोड़ की यात्री क्षमता बनाई जाएगी.  चरण 3, 4 और 5 में दूसरा रनवे, चार टर्मिनल के साथ नौ करोड़ की बढ़ी हुई यात्री क्षमता बनाई जाएगी. नवी मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे में सड़क, रेल और मेट्रो कनेक्टिविटी के साथ भविष्य में जल कनेक्टिविटी की भी योजना होगी.

बनाया जा रहा सौ फीसदी ग्रीन एयरपोर्ट

इसके अलावा मंत्री ने बताया कि नवी मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा देश का पहला हवाई अड्डा होगा, जिसमें शहर की तरफ और हवाईअड्डे पर दस किलोमीटर तक 1600 हेक्टेयर के भीतर स्वचालित यात्री आवाजाही होगी. पहले चरण में सौ फीसदी ग्रीन एयरपोर्ट बनाया जा रहा है. उम्मीद है कि हवाई अड्डे से देश में हवाई यातायात में वृद्धि होगी. सरकार का लक्ष्य 2030 तक देश में घरेलू यात्री यातायात को मौजूदा 15 करोड़ से दोगुना कर 30 करोड़ करना है. अगले छह वर्षों में देश में 200 से अधिक हवाई अड्डे बनाने का भी संकल्प है. इस अवसर पर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने परियोजना को तय समय सीमा के अनुसार पूरा करने में मदद के आश्वासन के लिए राज्य सरकार और सिडको को धन्यवाद भी दिया.