जेट ऐयरवेज की खराब होती आर्थिक हालात का असर कंपनी के कर्मचारियों के बाद अब यात्रियों पर भी पड़ने लगा है. कंपनी की ओर से अपने गोल्ड व प्लैटिनम श्रेणी के ग्राहकों को हवाईअड्डे पर लाउंज की सुविधा दी जाती थी. जहां वो अपनी अपनी उड़ान का इंतजार करने के साथ कुछ देर आराम भी कर सकते थे. यहां उनके लिए अल्पाहार की व्यवस्था भी थी. कंपनी अपनी इस सेवा को अस्थाई तौर पर 01 दिसम्बर से बंद करने जा रही है. CNBC-TV18 की एक रिपोर्ट में यह खुलासा किया गया है.

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क्या है लाउंज की सुविधा

सामान्य तौर पर प्रीमियम श्रेणी की टिकट खरीदने पर लगभग सभी विमानन कंपनियां अपने ग्राहकों को लाउंज की सुविधा उपलब्ध कराती हैं. जेट ऐयरवेज की ओर से यह कदम उठाने के पीछे खास वजह है. दरअसल कुछ दिनों पूर्व मुम्बई हवाईअड्डे पर कंपनी के कुछ बकाए की वजह से जेट ऐयरवेज के यात्रियों को लाउंज के प्रयोग की अनुमति नहीं दी गई. हालांकि उस समय कंपनी ने हालात को संभालते हुए तत्काल प्रभाव से इस समस्या का समाधान करते हुए प्रीमियम पैसेंजर को लाउंज की सुविधा उपलब्ध करा दी थी.

कंपनी ने हाल ही में रद्द की थीं कई उड़ानें

मुंबई में जेट एयरवेज ने रविवार को 10 घरेलू उड़ानें रद्द कर दीं थीं. अचानक से विमानन कंपनी की ओर से उड़ाने रद्द किए जाने से सैकड़ों यात्री हवाईअड्डे पर घंटों फंसे रहे. जेट एयरवेज ने कहा कि 'संचालन संबंधी मुद्दों' के कारण छत्रपति शिवाजी महाराज अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा (सीएसएमआईए) से उड़ानें रद्द की गईं. वहीं खबरों के अनुसार पायलटों की कमी के चलते विमानन कंपनी को अपनी उड़ानें रद्द करनी पड़ीं जबकि कंपनी की ओर से जारी बयान में कहा गया कि "संचालन से संबंधित कारणों के कारण जेट एयरवेज को अपनी कुछ घरेलू उड़ानें (18 नवंबर की) रद्द करनी पड़ीं. प्रभावित विमानों के यात्रियों को एसएमएस के जरिये उनके विमान के बारे में सूचना दे दी गई थी. नियामक नीति के अनुसार यात्रियों को दूसरे विमानों में बैठने की व्यवस्था की गई है या उन्हें हर्जाना दिया गया है."

आर्थिक तंगी सू जूझ रहीं जेट ऐयरवेज

जेट एयरवेज फिलहाल ज़बरदस्त नकदी संकट से गुज़र रही है. लगातार हर तिमाही में घटा दिख रहा है. कंपनी पायलटों और अन्य कर्मियों का तय समय पर वेतन नहीं दे पा रही है. इस बार सितंबर में समाप्त तिमाही में जेट एयरवेज को 1,261 करोड़ रुपये का घाटा हुआ है. एक साल पहले समान तिमाही में उसने 71 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया था. यह लगातार तीसरी तिमाही है जबकि जेट एयरवेज को घाटा हुआ है.

कंपनी के अधिग्रहण की हो रही तैयारी

बीते शुक्रवार को टाटा संस ने जेट एयरवेज के अधिग्रहण की अपनी रुचि की पुष्टि की थी. हालांकि, इसके साथ ही कंपनी ने कहा था कि उसने इसके लिए अभी तक कोई पुख्ता पेशकश नहीं की है और अभी इस संबंध में उसकी बातचीत प्रारंभिक अवस्था में ही है. टाटा समूह पहले ही दो एयरलाइं कंपनियों का परिचालन कर रहा है. इसमें पूर्ण सेवा विमानन कंपनी विस्तार और एयरएशिया इंडिया शामिल है. दोनों संयुक्त उद्यम हैं. इस तरह की चर्चा थी कि टाटा समूह नरेश गोयल की अगुवाई वाली एयरलाइन जेट एयरवेज का सिंगापुर एयरलाइंस के साथ मिलकर पूर्ण अधिग्रहण करने की योजना बना रही है.