जेट ऐयरवेज ने परिचालन कारणों को हवाला देते हुए सोमवार को आबू धाबी हवाई अड्डे से अपनी सभी उड़ानों को रोक दिया है. जेट एयरवेज के लिए दो अंतरराष्ट्रीय हब में से आबू धाबी हवाईअड्डा काफी महत्वपूर्ण है. वहीं कंपनी दूसरी तरफ एम्स्टर्डम हवाईअड्डे को यूरोप और आगे के लिए गेटवे के तौर पर प्रयोग करती है.

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एतिहाद ऐयरवेज ने दी जानकारी

एतिहाद एयरपोर्ट सर्विस की ओर से रविवार देर शाम जानकारी दी गई कि जेट ऐयरवेज ने अपनी सभी उड़ानों को आबू धाबी हवाईअड्डे से रोक दिया है. दरअसल आबू धाबी हवाईअड्डे पर एतिहाद एयरपोर्ट सर्विस ही जेट ऐयरवेज को ग्राउंड हैंडलिंग सपोर्ट उपलब्ध कराती है. वहीं एतिहाद एयरवेज जेट ऐयरवेज में इनवेस्टमेंट पाटनर भी बन चुका है. एतिहाद एयरवेज आबू धाबी एयरपोर्ट को संयुक्त अरब अमिरात के मुख्य हवाईअड्डे के तौर पर भी प्रयोग करती है.

आधू धाबी ऐयरपोर्ट पर बढ़ी मुश्किल

जेट ऐयरवेज की ओर से अचानक से अपनी उड़ानों को रद्द करने की घोषणा करने से आधू धाबी ऐयरपोर्ट पर यात्रियों की मुश्किल बढ़ गई. जेट एयरवेज की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार जेट ऐयरवेज अपने कुछ विमानों की अनउपलब्धता की स्थिति में कई उड़ानों को समायोजित करने की प्रक्रिया में है. ऐसे में कंपनी की ओर से कुछ निर्णय लिए गए हैं. कंपनी की ओर से इन बदलावों के बारे में DGCA को भी सूचित किया है.

आर्थिक तंगी से जूझ रही है जेट एयरवेज

दरअसल घरेलू बजट विमानन कंपनी जेट ऐयरवेज आर्थिक तंगी से गुजर रही है. कंपनी फंड जुटाने के लिए कई तरह के प्रयास कर रही है. इसके चलते कंपनी को कई उड़ानों को रद्द करने, स्टेशनों को बंद करने और पायलटों व इंजीनियरों को समय पर वेतन न दे पाने की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.

8200 करोड़ के कर्ज में है कंपनी

जेट ऐयरवेज पर लगभग 8200 करोड़ रुपये का कर्ज है. कंपनी को मार्च अंत तक लगभग 1700 करोड़ रुपये चुकाने हैं. कंपनी ईसीबी पेमेंट को ले कर भी डिफॉल्ट कर चुकी है. जेट ऐयरवेज को 14 फरवरी को एक बेलहाउट पैकेज के तौर पर कुछ बैंकों से कर्ज मिला है. इसमें सबसे बड़ा कर्जदाता भारतीय स्टेट बैंक है.