IOC के इस कदम से जेट ऐयरवेज को बड़ी राहत, आसान हुआ परिचालन
सार्वजनिक क्षेत्र की इंडियन आयल कॉरपोरेशन (IOC) ने अपने तेल की आपूर्ति का पैसा नहीं मिलने के चलते शुक्रवार को जेट एयरवेज को दी जाने वाली ईंधन की सप्लाई पूरी तरह रोक दी. हालांकि पैसा मिलने के आश्वासन के बाद कुछ ही देर में आपूर्ति को फिर बहाल कर दिया गया.
आर्थिक संकट से जूझ रही घरेलू विमानन कंपनी जेट ऐयरवेज को शुक्रवार को कुछ राहत मिली. दरअसल सार्वजनिक क्षेत्र की इंडियन आयल कॉरपोरेशन (IOC) ने अपने तेल की आपूर्ति का पैसा नहीं मिलने के चलते शुक्रवार को जेट एयरवेज को दी जाने वाली ईंधन की सप्लाई पूरी तरह रोक दी. ऐसे कुछ ही देर में अफरातफरी मच गई. जेट ऐयरवेज की ओर से तत्काल IOC के अधिकारियों से बात की और उन्हें जल्द ही बकाया पैसे चुकाने का भरोसा दिया. इसके बाद कुछ ही देर में IOC ने एक बार फिर इंधन की आपूर्ति शुरू कर दी. यदि IOC जल्द ही ईंधन की आपूर्ति शुरू नहीं करता तो जेट ऐयरवेज के लिए अपने विमानों का परिचालन कर पाना मुश्किल हो जाता.
इंधन की आपूर्ति हुई प्रभावित
खबरों के अनुसार पेट्रोलियम कंपनी इंडियन ऑयल ने बकाया पैसा न मिलने पर शुक्रवार दोपहर 12 बजे से ईंधन आपूर्ति रोक दी थी. गौलतब है कि भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) की अगुवाई वाला बैंकों का गठजोड़ लोन रिस्ट्रक्चरिंग की येाजना के तहत जेट एयरवेज के प्रबंधन का नियंत्रण अपने हाथ में ले रहा है. वहीं एयरलाइन ने हाल ही में अपनी उड़ानों की संख्या में भारी कटौती की है.
जेट ऐयरवेज को मिलेेंगे 1500 करोड़ रुपये
जेट एयरवेज के प्रबंधन ने 25 मार्च को SBI की अगुवाई वाले बैंकों के गठजोड़ की निपटान योजना को मंजूरी दी थी, इसके तहत बैंकों ने एयरलाइन में 1,500 करोड़ रुपये तत्काल प्रभाव से डालने की बात कही थी. हालांकि, अभी तक एयरलाइन को यह राहत पैकेज नहीं मिला है.
जेट ऐयरवेज में हिस्सेदारी खरीदने वाले की तलाश जारी
कमजोर आथिर्क स्थिति से जूझ रही जेट ऐयरवेज की 51 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने के बाद एसबीआई के नेतृत्व वाले बैंक समूह ने नए मालिक की तलाश भी शुरू कर दी है. खरबों के अनुसार टाटा संस, इंडिगो के अलावा कई विदेशी विमानन कंपनियां जैसे डेल्टा,एतिहाद आदि भी इस दौड़ में शामिल हैं. जेट ऐयरवेज को खरीदने में इच्छुक कंपनियां 9 अप्रैल तक बोली के लिए आवेदन दे सकती हैं. 30 अप्रैल तक बोली लगाने की अंतिम समय सीमा है.
तेजी से खोजा जा रहा है नया निवेशक
जेट ऐयरवेज की हाल ही में हुई एक बैठक में एसीआई चेयरमैन रजनीश कुमार डीजीसीए के प्रमुख बीएस भुल्लर और नागर विमानन सचिव प्रदीप सिंह खरोला भी उपस्थित रहे. बैठक में जेट ऐयरवेज के सीईओ विनय दुबे ने कहा कि हमें उम्मीद है कि जल्द नया निवेशक मिल जाएगा.
जेट को है 4500 करोड़ की जरूरत
भारतीय स्टेट बैंक के एक अधिकारी के अनुसार जेट ऐयरवेज को पूरी क्षमता से चलाने के लिए कम से कम 4500 करोड़ रुपये की जरूरत है. जेट ऐयरवेज के अध्यक्ष नरेश गोयल के इस्तीफे के बाद बैंकों की ओर से जेट एयरवेज के 51 फीसदी शेयरों के लिए 1500 करोड़ रुपये दिए जाने की बात कही गई है.