Direct flights between India and China : कोविड-19 महामारी से जुड़े नियमों में बदलाव के बिना भारत और चीन के बीच डायरेक्ट फ्लाइट्स का संचालन फिलहाल फिर से शुरू होने की संभावना नहीं है. सूत्रों ने यह जानकारी दी है. साल 20 के आखिर में वुहान में पहली बार कोविड-19 संक्रमण और बाद में दुनियाभर में इसके फैलने के बाद से दोनों देशों के बीच फ्लाइट (Direct flights between India-China) सर्विस बाधित हैं. भाषा की खबर के मुताबिक, महामारी संबंधी बैन के चलते सैकड़ों भारतीय छात्र,चीन में काम करने वाले भारतीयों के परिवारों और व्यापारियों के लिए फ्लाइट में अड़चन एक बड़ी समस्या बन गई है. चीन (China) ने हालांकि हाल में लगभग तीन साल बाद वीजा प्रतिबंध हटा लिया है.

भारतीयों को हांगकांग से यात्रा करने की सलाह

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

खबर के मुताबिक, सूत्रों ने यहां बताया कि फ्लाइट्स के फिर से शुरू नहीं होने की संभावना को देखते हुए भारतीयों को हांगकांग से यात्रा करने की सलाह दी जा रही है. भारत और हांगकांग के बीच डेली फ्लाइट्स सर्विस का संचालन हो रहा है. ऐसी स्थिति में भारतीय हांगकांग से चीन के शहरों के लिए उड़ान (flights to china via hongkong) भर सकते हैं, जहां उन्हें सात दिन तक पृथकवास(क्वारंटाइन)में रहना होगा. भारतीय यात्री चीन के लिए फिलहाल श्रीलंका,नेपाल और म्यांमार जैसे देशों से यात्रा कर रहे हैं.

कोविड-19 है अड़चन

चीन ने साल 2020 में लगभग सभी देशों से फ्लाइट सर्विस बंद कर दीं थी. हाल के महीनों में चीन ने दक्षिण एशियाई देशों नेपाल,श्रीलंका और पाकिस्तान समेत कुछ देशों से सीमित फ्लाइट सर्विस की परमिशन देना शुरू कर दिया है. सूत्रों ने बताया कि भारत और चीन (flights between India and China) लिमिटेड फ्लाइट सर्विस के फिर से शुरू करने के लिए कई महीनों से बातचीत कर रहे हैं, लेकिन कोविड संक्रमित यात्री मिलने पर फ्लाइट कैंसिल करने से संबंधित चीन के नियम के चलते डायरेक्ट फ्लाइट का ऑपरेशन शुरू नहीं हो रहा है.

चीन के नियम खत्म करने तक करना होगा इंतजार

एयरलाइन कंपनियों को नियम का पालन करना कठिन लगता है क्योंकि वे कोविड का टेस्ट नहीं करते हैं जो चीन की यात्रा करने वाले सभी यात्रियों के लिए जरूरी हैं. उन्होंने कहा कि इस स्थिति को देखते हुए भारत और चीन के बीच सीधी उड़ानें (flights between India and China) फिर से शुरू होने की संभावना तब तक नहीं है, जब तक कि चीन इस नियम को खत्म नहीं कर देता. ऐसे में चीन जाने या वहां से आने वालों को अभी और भी परेशानी का सामना करना पड़ेगा.