Cheapest Flight Ticket: आमतौर पर लोगों को जब किसी जगह पर कम समय पर पहुंचना हो, तो ट्रेन या बस के बजाए फ्लाइट से जाना पसंद करते हैं. वैसे तो बस और ट्रेन के मुकाबले फ्लाइट का सफर काफी महंगा होता है. हालांकि, पिछले कुछ समय में अलग-अलग एयरलाइंस पैसेंजर्स के लिए काफी सारे आकर्षक ऑफर्स लेकर आते रही है. लेकिन क्या हो अगर हम आपको बताएं कि अब आप सिर्फ 150 रुपये में फ्लाइट से सफर कर सकते हैं. जी हां, ऐसा बिल्कुल सच है और इसमें कोई छिपे हुए नियम और शर्तें भी नहीं हैं. आइए आपको बताते हैं इस ऑफर के बारे में सबकुछ.

क्या है ये ऑफर?

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केंद्र सरकार द्वारा चलाई जा रही उड़ान स्कीम के तहत आपको इन सस्ती फ्लाइट्स के सफर का मजा मिल रहा है. इसमें सिर्फ 150 रुपये का भुगतान करके आप असम में लीलाबाड़ी से तेजपुर तक 50 मिनट की हवाई सफर कर सकते हैं. सिर्फ इसी मार्ग पर नहीं, ऐसी कई उड़ानें हैं जहां टिकट का मूल किराया 1,000 रुपये से भी कम है. 

यहां मिल रहा है सस्ता फ्लाइट टिकट

ट्रैवल पोर्टल 'ixigo' के मुताबिक, कम से कम 22 ऐसे डेस्टिनेशन हैं, जहां मूल हवाई किराया 1,000 रुपये प्रति व्यक्ति से कम है. असम में लीलाबाड़ी और तेजपुर को जोड़ने वाली उड़ानों के लिए एक तरफ का किराया सबसे कम 150 रुपये है. इस मार्ग पर उड़ानों का संचालन अलायंस एयर करती है. टिकट बुक करते समय मूल किराये में सुविधा शुल्क भी जोड़ा जाता है. 

यहां भी मिल रहा है ऑफर

मोटे तौर पर, इन मार्गों पर क्षेत्रीय संपर्क योजना (आरसीएस) के तहत परिचालित उड़ानों की अवधि लगभग 50 मिनट है. अधिकतर मार्ग जहां मूल हवाई किराया 150 रुपये से 199 रुपये प्रति व्यक्ति के बीच है, ये पूर्वोत्तर क्षेत्र में हैं. विश्लेषण के अनुसार, दक्षिण में बेंगलुरु-सलेम, कोचीन-सलेम जैसे मार्ग भी हैं जहां मूल टिकट की कीमतें इस सीमा में हैं. गुवाहाटी और शिलॉन्ग से आने-जाने वाली उड़ानों के लिए मूल किराया 400 रुपये है. 

इम्फाल-आइजोल, दीमापुर-शिलॉन्ग और शिलॉन्ग-लीलाबाड़ी उड़ानों के लिए, हवाई किराया 500 रुपये है. बेंगलुरु-सलेम उड़ान के मामले में, मूल टिकट किराया 525 रुपये है. विश्लेषण के अनुसार, गुवाहाटी-पासीघाट उड़ान के लिए मूल हवाई किराया 999 रुपये है और लीलाबाड़ी-गुवाहाटी मार्ग के लिए यह 954 रुपये है. 

इन रूट्स पर है कम डिमांड

उद्योग के एक अधिकारी ने कहा कि ये उन मार्गों में से हैं जहां मांग कम है और अन्य परिवहन माध्यमों से इन जगहों पर पांच घंटे से अधिक समय में पहुंचा जा सकता है. भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (AAI) के अनुसार, 31 मार्च, 2024 तक क्षेत्रीय संपर्क योजना यानी उड़ान (उड़े देश का आम नागरिक) के तहत 559 मार्गों को चिन्हित किया गया है. केंद्र सरकार, राज्य सरकारों और हवाईअड्डा परिचालक क्षेत्रीय उड़ान सेवा के तहत उड़ानों के लिए विभिन्न प्रोत्साहन देते हैं. अन्य बातों के अलावा, इन उड़ानों के लिए कोई ‘लैंडिंग’ या ‘पार्किंग’ शुल्क नहीं है. नागर विमानन मंत्रालय ने क्षेत्रीय हवाई संपर्क योजना को प्रोत्साहित करने तथा हवाई यात्रा को और अधिक किफायती बनाने के उद्देश्य से 21 अक्टूबर, 2016 को उड़ान सेवा शुरू की.